भारतीय जनता पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पहले दिन सोमवार को कई गैर राजनीतिक फैसले लिए गए। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल वाराणसी में हुए काशी-तमिल संगमम पर चर्चा की। उन्होंने कहा, देश की सांस्कृतिक एकता के लिए ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से भविष्य में इस तरह के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने की अपील की।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर जोर देने को कहा, जिससे सभी राज्य अपनी संस्कृति, सभ्यता और विरासत को एक-दूसरे के साथ साझा करें और देश सांस्कृतिक रूप से एकजुट हो। इस दौरान प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि राज्यों के बीच भाषाओं और संस्कृति का आदान-प्रदान होना चाहिए।
मन की बात जैसे कार्यक्रमों पर भी हुई चर्चा पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के पहले दिन प्रधानमंत्री के मन की बात जैसे कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि बैठक में शामिल लोगों ने देश को सांस्कृतिक विरासत और सांस्कृतिक भावना के जरिए एकता के सूत्र में मजबूती से बांधने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। भाजपा की नीति से आत्मनिर्भर और मजबूत हुआ भारत भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत ने विदेशों में कोविड के टीके भेजे। 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था 10वें स्थान पर थी, अब यह 5वें स्थान पर आ गई है। कोविड महामारी के दौरान हमने यह सुनिश्चित किया कि कोई भी भूखा न रहे और अनाज वितरित किया। उन्होंने कहा, लाभार्थियों को 22.6 लाख करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया गया। हमारी आर्थिक नीति से भारत मजबूत हुआ है और आत्मनिर्भर हुआ है।