मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली सरकार की ओर से सड़कों को यूरोपीय शहरों की तरह खूबसूरत बनाने की शुरूआत हो गई है। इन सड़कों की एक साइड में लोगों के लिए साइकिल ट्रैक होगा।
साथ ही लोगों को पैदल चलने के लिए फुटपाथ भी उपलब्ध होंगे। इन सड़कों के साथ सभी पेड़ों को डिजाइन करने और छोटे-छोटे पौधे लगाने की योजना है। पैदल चलने वालों और सड़क का इस्तेमाल करने वालों के लिए बैठने और आराम करने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध होगी।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को पायलट प्रोजेक्ट के तहत पीतमपुरा स्थित ब्रिटानिया चौक से आउटर रिंग रोड का जायदा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से सड़कों को यूरोपीय शहरों की तरह खूबसूरत बनाने की शुरूआत हो गई है।
साथ ही लोगों को पैदल चलने के लिए फुटपाथ भी उपलब्ध होंगे। इन सड़कों के साथ सभी पेड़ों को डिजाइन करने और छोटे-छोटे पौधे लगाने की योजना है। पैदल चलने वालों और सड़क का इस्तेमाल करने वालों के लिए बैठने और आराम करने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध होगी।
यह वक्तव्य मुख्यमंत्री ने मंगलवार को पायलट प्रोजेक्ट के तहत पीतमपुरा स्थित ब्रिटानिया चौक से आउटर रिंग रोड तक बनाई जा रही सड़क का दौरा करते हुए दिया। इस मौके पर उन्होंने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ निर्माण कार्य का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सड़कें बहुत चौड़ी हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर की नहीं है। लिहाजा 100 फुट चौड़ी 500 किमी से ज्यादा लंबी सड़कों को यूरोपियन स्तर के अनुसार डिजाइन किया जा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत 16 स्थानों पर काम चल रहा है और सितंबर से अक्तूबर तक सारे प्रोजेक्ट पूरे हो जाएंगे।
इसके बाद जो मॉडल अच्छा लगेगा, उसे यूरोपियन स्तर की बनाई जाने वाली 500 किमी. लंबी सड़कों में लागू किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सड़क के किनारे और सेंट्रल वर्ज के ऊपर पौधे लगाने पर नाराजगी जाहिर की। सेंट्रल वर्ज पर लगाए गए पौधों के बीच में कई जगहों पर काफी दूरी हैं और पौधे काफी छोटे भी
यूरोपीय शहरों की तर्ज पर विकसित की जा रही दिल्ली की सड़कें आधुनिकता के साथ-साथ देशभक्ति की झलक भी पेश करेंगी। लोगों में राष्ट्रवाद के प्रति अलख जगाने के लिए सड़कों के किनारे भगत सिंह और रानी लक्ष्मी बाई जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्तियां लगाई जाएंगी। इसके अलावा फुब्बारे,ऐफओबी पर कलाकृतियां, सैंड स्टोन बेंच, बुद्ध प्रतिमा, स्टेट ऑफ आर्ट इंफो बोर्ड, इस्पात तत्व, सैंड स्टोन आर्ट का कार्य किया जाएगा।
सड़कों को री-डिजाइन कर खत्म किए जाएंगे बाटलनेक : सड़कों के री-डीजाइन करने से बाटलनेक खत्म होंगे। अभी कोई सड़क चार लेन से तीन लेन या छह लेन से चार लेन की हो जाती है। इससे अचानक सड़क पर एक जगह वाहनों का दबाव बढ़ जाता है और जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। सड़कों के री-डिजाइन के बाद यह समस्या खत्म हो जाएगी और सड़कें एक समान चौड़ी दिखेगी। सड़क किनारे या आसपास की सड़कों का स्पेस खत्म करके उस जगह का अच्छे से इस्तेमाल किया जाएगा। फुटपाथ, नॉन मोटर व्हीकल के लिए जगह बनाई जाएगी। कम से कम पांच फुट के फुटपाथ को बढ़ाकर अधिकतम 10 फुट का किया जाएगा।