एंटीलिया केस और सचिन वाझे मामले में मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के आरोप कितने सही हैं और कितने नहीं, इसकी जांच की जा रही है। इस बीच मुंबई पुलिस के मौजूदा कमिश्नर हेमंत नागराले ने अपनी रिपोर्ट में सचिन वाझे और उनकी पोस्टिंग को लेकर जो बातें कहीं हैं, उससे परमबीर सिंह सवालों के चक्रव्यूह में फंसते नजर आ रहे हैं। कमिश्नर हेमंत ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सचिन वाझे की बहाली परमबीर सिंह के निर्देशों पर हुई थी और वाझे उन्हें ही सीधे रिपोर्ट किया करता था। मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले ने सचिन वझे की बहाली और क्राइम ब्रांच की मुंबई सीआईयू में उनके नौ महीने के कार्यकाल के बारे में महाराष्ट्र गृह विभाग को एक रिपोर्ट सौंपी है।
मुंबई पुलिस द्वारा प्रस्तुत इस रिपोर्ट में कहा गया है, ‘सचिन वाझे तत्कालीन पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के मौखिक निर्देशों के बाद क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में तैनात किए गए थे। सचिन वाझे कई अन्य अधिकारियों को दरकिनार करते हुए सीधे परमबीर सिंह को रिपोर्ट कर रहे थे।’ बता दें कि सचिन वाझे को मनसूख हिरेन की मौत मामले और एंटीलिया केस में संदिग्ध भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया है और अभी वह 7 अप्रैल तक एनआईए की हिरासत में है।
परमबीर सिंह ने देशमुख पर क्या आरोप लगाए थे
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर सनसनीखेज आरोप लगाया है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कहा था कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सचिन वाझे को हर महीने 100 करोड़ रुपए की उगाही करने के लिए कहा था। सीएम ठाकरे को लिखी चिट्ठी में परमबीर सिंह ने आरोप लगाए हैं कि अनिल देशमुख ने सचिन वाझे से प्रत्येक महीने बार, रेस्तरां और अन्य प्रतिष्ठानों से 100 करोड़ रुपए की उगाही करने के लिए कहा था।
इधर, मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास एक एसयूवी पाए जाने के मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुधवार को एनआईए के समक्ष पेश हुए। इस एसयूवी में विस्फोटक सामग्री पाई गई थी। एक अधिकारी ने बताया कि सिंह कार से सुबह करीब साढ़े नौ बजे दक्षिण मुंबई में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के कार्यालय पहुंचे।
परमबीर सिंह को 25 फरवरी को अंबानी के घर के पास से एसयूवी बरामद किए जाने और उसके बाद ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के बाद पिछले महीने मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटा दिया गया था। इस एसयूवी में विस्फोट सामग्री पाई गई थी। सिंह अभी होम गार्ड्स के महानिदेशक पद पर हैं। सूत्रों ने बताया कि एनआईए ने मामले में बयान दर्ज कराने के लिए सिंह को तलब किया था।
एनआईए ने दक्षिण मुंबई में अंबानी के घर के पास यह वाहन खड़ा करने में कथित भूमिका के लिए सहायक पुलिस निरीक्षक सजिन वाजे को पिछले महीने गिरफ्तार किया था। उसने मनसुख हिरेन की हत्या के संबंध में निलंबित पुलिस कांस्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गोर को भी गिरफ्तार किया था। हिरेन का शव पांच मार्च को ठाणे के मुंब्रा क्रीक में पाया गया था।