वाराणसी, 9 मई 2025, शुक्रवार। भारत और पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिंदूर के बाद रातभर युद्ध जैसे हालात रहे। इस तनाव ने वाराणसी को भी अपनी चपेट में ले लिया, जहां सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य किले की तरह मजबूत किया गया। उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट जारी है, और काशी की गलियों से लेकर हवाई अड्डे तक हर कदम पर निगरानी है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान पुलिस सड़कों पर उतरी, खासकर ज्ञानवापी और काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास सुरक्षा का घेरा और सख्त कर दिया गया।

काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा में 600 जवान
काशी विश्वनाथ मंदिर में आम दिनों से कहीं अधिक 600 से ज्यादा जवान तैनात किए गए। शुक्रवार की भोर में फैंटम बाइक पर 200 जवान शहर की सड़कों पर गश्त करते नजर आए, जो शहरवासियों में सुरक्षा का भरोसा जगा रहे थे। ड्रोन की मदद से शहर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है, और हर गतिविधि को रिकॉर्ड किया जा रहा है। डीजीपी के निर्देश पर वाराणसी की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता किया गया।

रेलवे स्टेशन पर कड़ी चौकसी
कैंट रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार दोपहर GRP और RPF ने संयुक्त रूप से चेकिंग अभियान चलाया। यात्रियों के बैग और ट्रेन के डिब्बों की गहन तलाशी ली गई। यात्रियों को संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति दिखने पर तुरंत सूचना देने की सलाह दी गई।

एयरपोर्ट पर पांच स्तरीय सुरक्षा घेरा
बाबतपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षा को पांच लेयर में बांटा गया है। सिविल पुलिस और CISF के जवान हर स्तर पर मुस्तैद हैं। एयरपोर्ट रोड से लेकर रनवे तक हर गतिविधि पर पैनी नजर है।
एयरपोर्ट रोड: सिविल पुलिस वाहनों की जांच कर रही है।
आउटर सर्किल: हर गतिविधि पर सिविल पुलिस की निगरानी।
पार्किंग एरिया: एंट्री गेट पर वाहनों की तलाशी।
टर्मिनल: CISF यात्रियों और उनके सामान की जांच।
रनवे: CISF की सतर्कता के बाद ही विमानों को उड़ान की अनुमति।
डॉग स्क्वायड और बम स्क्वायड भी अलर्ट मोड में हैं। टर्मिनल के बाहर पोर्टिको क्षेत्र को खाली कराया गया, और CCTV कैमरों से संदिग्धों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

मस्जिदों में दुआ, सेना के लिए जोश
शहर से लेकर देहात तक मस्जिदों में जुमे की नमाज के दौरान विशेष दुआएं मांगी गईं। मौलानाओं ने तकरीर में भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ की और आतंकवाद के खात्मे के लिए दुआ की। अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने पूरे मुल्क में जोश भर दिया है। हमारी सेना की कामयाबी के लिए हमने सजदा किया।” नमाजियों ने एक स्वर में कहा, “भारत अमन-चैन चाहता है, लेकिन अगर पाकिस्तान छेड़ेगा, तो हम छोड़ेंगे नहीं।”

शहर में एकजुटता और सतर्कता
वाराणसी में हर तरफ एकजुटता और सतर्कता का माहौल है। सेना की कार्रवाई ने जहां देशभक्ति का जज्बा जगाया, वहीं काशी की सड़कों पर सुरक्षा बलों की तैनाती ने लोगों में भरोसा पैदा किया। ड्रोन, बाइक दस्ते, और चौकस पुलिस बल यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि काशी की शांति अक्षुण्ण रहे।
ऑपरेशन सिंदूर की गूंज ने न सिर्फ सीमाओं पर, बल्कि वाराणसी जैसे शहरों में भी एक नया जोश भरा है। यह समय है एकजुट होने का, सतर्क रहने का, और भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का।