यह विदेशी खिलाड़ी रैपिड एंटीजेन टेस्ट में संक्रमित पाया गया। फिलहाल उस खिलाड़ी का आरटी-पीसीआर टेस्ट होना बाकी है। इसके बाद दिल्ली बनाम पंजाब मैच पर सस्पेंस जारी है। मंगलवार को ही बीसीसीआई ने मैच को पुणे से मुंबई शिफ्ट किया था। पहले दिल्ली बनाम पंजाब मैच पुणे में होना था, लेकिन यात्रा से उत्पन्न होने वाले खतरे को देखकर बोर्ड ने मैच को मुंबई में ही कराने का फैसला लिया था।
दिल्ली की टीम
16 अप्रैल के बाद से दिल्ली टीम के सभी खिलाड़ियों और स्टाफ की हर रोज जांच की जा रही है। सभी की आरटी-पीसीआर टेस्टिंग की जा रही है। 19 अप्रैल को हुए चौथे राउंड की जांच में बाकी बचे खिलाड़ियों और स्टाफ की रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन आज एक और विदेशी खिलाड़ी के पॉजिटिव आने से आईपीएल पर ही खतरा मंडराने लगा है।
दिल्ली टीम की बेंच स्ट्रेंथ
- सबसे पहले 15 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स टीम के फीजियो पैट्रिक फारहार्ट कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। तब से वह आइसोलेशन में हैं।
- 18 अप्रैल को मीडिया रिपोर्ट्स में ये बात सामने आई थी कि दिल्ली कैपिटल्स से खेल रहे ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर में कोरोना के लक्षण दिखे थे।
- इसके बाद रैपिड एंटीजेन टेस्ट में वह खिलाड़ी पॉजिटिव पाया गया। हालांकि, उस ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर के नाम का खुलासा नहीं किया गया था।
- दिल्ली की टीम में सिर्फ एक ही ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर है, जिनका नाम मिचेल मार्श है। मार्श हाल ही में पाकिस्तान के दौरे से भारत आए थे।
- मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि मार्श फीजियो फारहार्ट के संपर्क में आए थे, जिसकी वजह से उनमें कोरोना के लक्षण पाए गए।
- दिल्ली की टीम सोमवार को ही पुणे रवाना होने वाली थी, जहां उन्हें बुधवार को पंजाब के खिलाफ मैच खेलना था।
- मार्श का मामला सामने आने के बाद सभी खिलाड़ियों और स्टाफ को क्वारंटीन होने और अपने कमरे से बाहर न निकलने के निर्देश दिए गए।
- फारहार्ट के पॉजिटिव आने के बाद बैंगलोर के खिलाफ दिल्ली के खिलाड़ियों को हाथ मिलाने से रोका गया था।
- इसके बाद सभी खिलाड़ियों और स्टाफ मेंबर्स की आरटी-पीसीआर जांच की गई। पहली आरटी-पीसीआर टेस्ट में मार्श निगेटिव आए। वहीं, दूसरे टेस्ट में मार्श और कुछ और स्टाफ संक्रमित मिले।
- 20 अप्रैल को दिल्ली का एक और विदेशी खिलाड़ी कोरोना संक्रमित मिला। हालांकि, उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट होना बाकी है।
कोरोना के मामले सामने आने पर क्या प्रोटोकॉल हैं?
- आईपीएल के कोरोना प्रोटोकॉल के मुताबिक, बायो-बबल में संक्रमित पाए गए खिलाड़ी को कम से कम सात दिन आइसोलेट रहना होगा।
- बबल में वापसी के लिए उसे लगातार दो आरटी-पीसीआर टेस्ट में निगेटिव आना होगा। ये टेस्ट 24 घंटे के अंतराल पर किए जाएंगे।
- अगर फ्रेंचाइजी में एक से ज्यादा कोरोना के मामले हैं, तो टीम 12 खिलाड़ियों के स्क्वॉड में रहते भी मैदान पर उतर सकती है। इसमें सात भारतीय और एक सब्सटिट्यूट खिलाड़ी शामिल हैं।
- अगर स्क्वॉड में 12 खिलाड़ी भी नहीं हैं, तो इस पर आखिरी फैसला आईपीएल मैनेजमेंट लेगा। 12 खिलाड़ियों के न होने पर या तो मैच को स्थगित किया जाएगा या फिर मैनेजमेंट कोई दूसरा फैसला लेगा।
दिल्ली की टीम
पिछले सीजन भी 29 मैचों के बाद कई टीमों में कोरोना के मामले सामने आए थे। इसके बाद मई में इस टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया गया था।
- आईपीएल के 14वें सीजन यानी पिछले सीजन कई खिलाड़ी, कोच और अन्य स्टाफ संक्रमित पाए गए थे।
- सबसे पहले कोलकाता के वरुण चक्रवर्ती और संदीप वॉरियर कोरोना की चपेट में आए थे।
- इसके बाद कोलकाता और बैंगलोर के मैच को टाल दिया गया था। इसके बाद दिल्ली की टीम को क्वारंटीन किया गया था।
- दिल्ली के अमित मिश्रा भी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। वहीं, चेन्नई के बॉलिंग कोच लक्ष्मीपति बालाजी और सनराइजर्स हैदराबाद के ऋद्धिमान साहा भी कोरोना पॉजिटिव आए थे।
- इतने मामले सामने आने के बाद आईपीएल को स्थगित कर दिया गया था। 14वें सीजन के बाकी बचे हुए 31 मैच सितंबर-अक्तूबर में यूएई में कराए गए थे।