भारत में कोरोनावायरस की तीसरी लहर के असर को कम करने में कोरोना टीकों का अहम योगदान है। वैक्सीन बनाने वाली दो कंपनियों सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक ने अब सरकार से अपने टीकों के लिए रेगुलर मार्केट अप्रूवल मांगा है। यानी ये कंपनियां अब अपनी वैक्सीन को सीधे बाजार में उतारकर आम लोगों के हाथ में पहुंचाना चाहती हैं। हालांकि, इन वैक्सीन की खुले बाजार में क्या कीमत होगी, इसे लेकर अभी भी संशय बना हुआ है। इस बीच सरकारी सूत्रों ने वैक्सीन के दामों को लेकर खुलासा कर दिया है।
क्या होगी टीकों की कीमत?
आधिकारिक सत्रों के मुताबिक, कोविशील्ड और कोवाक्सिन को बाजार में उतारने की मंजूरी के बाद इनकी कीमत 275 रुपये प्रति डोज पर तय की जा सकती है। हालांकि, टीके की डोज पर 150 रुपये का अतिरिक्त सर्विस चार्ज भी लगाया जाएगा। यानी एक वैक्सीन डोज की कीमत खुले बाजार में 425 रुपये के करीब रहने की संभावना है।
बताया गया है कि राष्ट्रीय दवा नियामक प्राधिकरण (NPPA) को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे वैक्सीन को आम लोगों के लिए एफोर्डेबल बनाने के लिए इनकी कीमत तय करें। मौजूदा समय में निजी अस्पतालों में कोवाक्सिन की एक डोज की कीमत 1200 रुपये और कोविशील्ड की प्रति डोज 780 रुपये रखी गई है। इसमें 150 रुपये का सर्विस चार्ज भी शामिल है। दोनों ही टीकों को फिलहाल देश में आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। यानी इन्हें बाहर बाजार से खरीद कर नहीं लगवाया जा सकता और सिर्फ अस्पतालों और निर्धारित टीकाकरण केंद्रों पर ही वैक्सीन लग रही हैं।