हिमाचल प्रदेश के 15 से 18 साल तक उम्र के किशोरों के लिए कोवाक्सिन की 2 लाख 80 हजार डोज की पहली खेप पहुंच गई है। तीन जनवरी से प्रदेश में इस आयु वर्ग के किशोरों कोवाक्सिन लगनी शुरू हो जाएगी। प्रदेश में 90 फीसदी किशोर स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनके लिए शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग ने स्कूलों में ही वैक्सीन लगाने के लिए शिविर आयोजित करने का फैसला लिया है।
अन्य 10 फीसदी किशोरों को पंचायतों में वैक्सीन लगाई जाएगी। इन्हें 15 जनवरी तक वैक्सीन की पहली डोज लग जाएगी। सरकार ने इसका लक्ष्य तय कर दिया है। प्रदेश में इस आयु वर्ग की जनसंख्या 4.5 लाख है।
स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि सूबे में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को 10 जनवरी से बूस्टर डोज लगाई जानी है। अभी यह तय नहीं है कि बूस्टर डोज में बुजुर्गों और फ्रंट लाइन वर्करों को कोविशील्ड वैक्सीन लगाई जानी है या नहीं? इसको लेकर केंद्र सरकार से दिशा निर्देश नहीं आए हैं।
उधर, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने कहा कि वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीमें गठित की गई हैं। इन्हें स्कूलों में किशोरों को टीका लगाने के लिए भेजा जाएगा। पंचायतों में 15 से 18 साल तक के किशोरों को वैक्सीन लगाई जानी है। जिला उपायुक्तों और सीएमओ के साथ वर्चुअल बैठक हुई है। तीन जनवरी से वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हो जाएगा।