ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस)-2023 राजधानी लखनऊ में 10 से 12 फरवरी तक होगा। दस लाख करोड़ रुपये के निवेश लक्ष्य के साथ होने जा रहा जीआईएस प्रदेश को दस खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के लिहाज से अहम होगा। सिंगापुर, फ्रांस, यूके, मॉरीशस ने समिट में पार्टनर कंट्री बनने का प्रस्ताव दिया है। एक दर्जन से अधिक देश इसमें पार्टनर बन सकते हैं। समिट के लिए करीब डेढ़ दर्जन देशों में रोड शो आयोजित किए जाएंगे।
बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में सीएम योगी ने जीआईएस की तारीखों का एलान करते हुए कहा कि यह आयोजन नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की आकांक्षाओं को उड़ान देने वाला होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी औद्योगिक निवेश के ड्रीम डेस्टिनेशन के रूप में उभर कर आया है। तीन दिवसीय समिट का आयोजन अभूतपूर्व होगा। उन्होंने कंट्री पाटर्नर बनाने के लिए नीदरलैंड, कनाडा, यूएसए, जापान, इजरायल, स्वीडन, थाईलैंड, फ्रांस और सिंगापुर के राजदूतों व उच्चायुक्तों से भी संवाद करने के निर्देश दिए।
सीएम योगी ने कहा कि समिट प्रदेश की ब्रांडिंग का शानदार मंच होगा। विभिन्न देशों में रोड शो के आयोजन में फिक्की और सीआईआई जैसे औद्योगिक संगठनों का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। उन्होंने रोड शो के लिए देशों और शहरों का चयन करते हुए विस्तृत रूट तय करने और समिट के प्रचार-प्रसार की योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय रोड शो में सरकार के मंत्री प्रदेश के ब्रांड एंबेसडर के रूप में जाएंगे। दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई, कोलकाता, बंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई में भी रोड शो आयोजित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को समिट से पहले लैंड बैंक को और विस्तार देने को कहा है ताकि ताकि प्रदेश में निवेश के लिए आने वाले निवेशकों के लिए भूमि की कोई समस्या न हो।