महाशिवरात्रि से पहले महाकाल के भक्तों के लिए अच्छी खबर आई है। उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में गर्भगृह में अब भक्तों को भी प्रवेश मिल सकेगा। मंगलवार से शुक्रवार तक श्रद्धालु गर्भगृह में बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। दोपहर 1 से 4 बजे तक का समय तय किया गया है।
दरअसल महाकाल प्रबंध समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। बैठक में समिति अध्यक्ष कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी सत्येंद्र शुक्ल सहित मंदिर समिति के सदस्य मौजूद थे। इसके तहत महाकाल मंदिर के गर्भगृह में सभी श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा। मंगलवार से शुक्रवार तक दोपहर 1 से 4 बजे के बीच भक्तजन गर्भगृह में दर्शन कर सकेंगे। वीआईपी गेट से प्रवेश भी निशुल्क हो सकेगा। पहले यहां सौ रुपये प्रोटोकॉल शुल्क लगता था लेकिन वह समाप्त कर दिया गया है।
इसके अलावा गर्भगृह में प्रवेश के लिए पंडितों और पुरोहितों को एक दिन में मिलने वाली 1500 रुपये की पांच रसीदों को बढ़ाकर 10 कर दिया गया है। यह तय किया गया कि पुजारी, पुरोहितों को 1500 रु की जलाभिषेक रसीद से एक दिन में प्रातः 6 से 9, दोपहर 12 से 1 और शाम को 6 से 8 बजे तक के निर्धारित समय में गर्भगृह में प्रवेश दिया जा सकेगा। महाशिवरात्रि पर दीपोत्सव में मंदिर समिति द्वारा विभिन्न तय जगहों पर 51 हजार दीपक प्रज्ज्वलित करने का निर्णय भी लिया गया। मंदिर में शयन आरती में भक्त मंडल के सहयोग से दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया था। प्रोटोकॉल से दर्शन करने वाले वीआईपी को सौ रुपये के शुल्क के साथ प्रवेश दिया जाता था। बुधवार से यह शुल्क खत्म हो गया है।