भारत के महान ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। वे भारत के लिए 23 साल तक खेले और दो वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे। हरभजन 2007 में टी20 और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे हैं। उनके संन्यास लेने के बाद सब यही सोच रहे हैं कि करियर में उनका अगला कदम क्या होगा? आईपीएल में किसी टीम के कोच बनेंगे या सियासी पारी की शुरुआत करेंगे?
यह संयोग की बात है कि हरभजन नौ दिन पहले ही पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से मिले थे। तब सिद्धू ने लिखा था-संभावनाओं से भरी तस्वीर चमकते सितारे भज्जी के साथ। मीडिया में पिछले कई दिनों से इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि हरभजन को कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में जालंधर से उतारना चाहती है। हालांकि, भज्जी अब तक कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं। इस बारे में कांग्रेस ने भी कुछ नहीं कहा है।
भाजपा में भी शामिल होने की उड़ी थी अफवाह
इससे पहले क्रिकेटर हरभजन सिंह के भाजपा में शामिल होने की अफवाहें उड़ी थीं, जिसके बाद खुद हरभजन सिंह को सामने आना पड़ा था। उन्होंने भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं को सिरे से खारिज करते हुए सोशल मीडिया में चल रही अफवाहों को झूठा बताया था। इससे पहले हरभजन की 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं तेज हुई थीं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
भाजपा के नेता सूबे में सिख चेहरे की तलाश कर रहे हैं। पार्टी के कुछ नेताओं ने बताया कि उनके संपर्क में सूबे के कई बड़े चेहरे शामिल हैं। चुनाव से पहले कौन आएगा, कौन जाएगा अभी इस पर कोई भी सार्वजनिक बयान नहीं दिए गए हैं।
दूसरी ओर, यह भी माना जा रहा है कि हरभजन कोलकाता या मुंबई की टीम के कोचिंग स्टाफ में शामिल हो सकते हैं। कुछ दिन पहले ही समाचार एजेंसी पीटीआई ने आईपीएल के एक सूत्र के हवाले से लिखा था, ‘‘यह भूमिका सलाहकार, मार्गदर्शक या सलाहकार समूह का हिस्सा बनने की हो सकती है लेकिन हरभजन जिस फ्रेंचाइजी से बात कर रहे हैं वह उनके अनुभव का इस्तेमाल करना चाहती है। वे नीलामी में खिलाड़ियों को चुनने में भी फ्रेंचाइजी की मदद करने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
हरभजन 5 साल से भारत के लिए एक भी मैच नहीं खेले थे। उन्होंने 41 साल की उम्र में संन्यास लिया है। वे आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम में पिछले साल शामिल थे। 2022 सीजन के लिए टीम ने उन्हें रीटेन नहीं किया।
हरभजन सिंह भारत के दूसरे स्पिन गेंदबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट में 400 से ज्यादा विकेट लिए थे। उनसे पहले अनिल कुंबले ने यह करनामा किया था। भज्जी ने अपने 103 टेस्ट मैच के करियर में 417 विकेट लिए थे। वहीं 236 वनडे में उनके नाम 269 विकेट रहे थे। उनकी इकोनॉमी भी 4.31 की रही थी। वहीं 28 टी-20 मैच में भज्जी ने 25 विकेट झटके। आईपीएल में हरभजन ने 163 मैच खेलकर 150 विकेट अपने नाम किए।