नई दिल्ली, 20 दिसंबर 2024, शुक्रवार। बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने प्रियंका गांधी को ‘1984’ लिखा हुआ बैग देकर बीजेपी की तरफ से इस बैग पॉलिटिक्स में एंट्री ली। अपराजिता ने कहा कि प्रियंका के बैग्स के जरिए दिए जा रहे संदेशों के जवाब में उन्होंने यह बैग खास तौर पर तैयार करवाया है। अपराजिता ने इसे कांग्रेस की गलतियों और उस दौर की त्रासदी को याद दिलाने वाला प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी जिस तरह बैग के जरिए संदेश दे रही हैं, उसी तरह मैंने भी यह बैग गिफ्ट किया है ताकि कांग्रेस को उसके इतिहास की याद दिलाई जा सके।
इस बैग में ‘1984’ को खून से रंगा हुआ दिखाया गया जो उस साल हुए सिख विरोधी दंगों की याद दिलाता है। ये दंगे दिल्ली में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के थे और हजारों सिखों की जान गई थी। अपराजिता ने इसे कांग्रेस की ‘करतूतों’ का प्रतीक बताया और कहा कि यह बैग कांग्रेस के बीते कल को जनता के सामने लाने के लिए दिया गया है। खास बात यह है कि प्रियंका गांधी ने यह बैग स्वीकार किया, लेकिन इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। यह घटना संसद के शीतकालीन सत्र में हुई, जो इतिहास में दर्ज होने लायक है। इस सत्र में धक्काकांड से लेकर बैग पॉलिटिक्स तक का नजारा देखने को मिला।
प्रियंका गांधी की बैग पॉलिटिक्स
हाल ही में वायनाड उपचुनाव जीतकर नई-नई सांसद बनीं प्रियंका गांधी ने बैग पॉलिटिक्स की शुरुआत 10 दिसंबर को ‘मोदी अडानी भाई-भाई’ लिखे बैग से की। इसके बाद उन्होंने 16 दिसंबर को ‘फिलिस्तीन’ लिखा बैग लहराया, जिससे राजनीति गलियारों में हलचल मच गई। हाल ही में वह ‘बांग्लादेश’ लिखा बैग लेकर संसद पहुंचीं, जिसमें बांग्लादेश के हिंदू और ईसाई समुदाय के समर्थन का संदेश था। उनके इन बैग्स को विपक्षी दलों ने संदेश देने का तरीका बताया लेकिन अब बीजेपी ने 1984 का भी तड़का लगा दिया।
बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने प्रियंका गांधी को ‘1984’ लिखा हुआ बैग देकर बीजेपी की तरफ से इस बैग पॉलिटिक्स में एंट्री ली। अपराजिता ने कहा कि प्रियंका के बैग्स के जरिए दिए जा रहे संदेशों के जवाब में उन्होंने यह बैग खास तौर पर तैयार करवाया है।