संभल पर राजनीति गरमाती जा रही है । संभल के तनावपूर्ण परिस्थिति पर जहां प्रशासन बेहद सख़्त है और किसी भी हाल में किसी भी राजनेता की संभल एंट्री पर रोक लगायी हुई है । लेकिन इस मुद्दे पर हर दिन राजनीति और हाई होती जा रही है जिसकी तपिश उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक महसूस की जा रही है । उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक आए दिन एक नया तमाशा देखने को मिल रहा है ।
एक तरफ़ जहाँ सपा प्रमुख अखिलेश यादव सम्भाल हिंसा को धार्मिक उन्माद की राजनीति बता रहे हैं और संभल की मैराथन दौड़ पर अड़े हैं वही डिंपल यादव सदन में चल रहे शीतकालीन में इस पर चर्चा की मांग कर रही हैं । गौरतलब है कि पार्लियामेंट के शीतकालीन सत्र को शुरू हुए 4 दिन हो गए हैं मगर विपक्ष के हंगामें की वजह से सदन में सत्र मात्र 40 मिनट ही चल पाया है ।
संभल पर चल रही सियासत पर बीजेपी की अलायंस पार्टी राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के बागपत सांसद राजकुमार सांगवान ने NewsAddaIndia से अपनी विशेष बातचीत में अखिलेश यादव सहित सभी विपक्षी पार्टियों पर बड़ा आरोप लगाया है । राजकुमार सांगवान ने कहा है कि आखिर अखिलेश यादव और राहुल गांधी किसको बचाने की कोशिश कर रहे हैं । उनको जो पूरी साजिश , तैयारी और रणनीति के साथ हिंसा फैला रहे थे और सरकारी कर्मचारियों को टारगेट कर उन्हें घायल कर रहे थे । सर्वे का आदेश कोर्ट का था । कोर्ट के आदेश की कॉपी के साथ सरकारी कर्मचारी वहाँ सर्वे का काम करने गए थे लेकिन असामाजिक तत्वों में वहाँ सरकारी कार्य में बढ़ा उत्पन्न किया और पत्थर और गोलियाँ बरसाईं । ये मामला धर्म या जात से नहीं बल्कि समाज और व्यवस्था पर बरसाए जा रहे पत्थर को लेकर है जिससे सौहार्द बिगड़ रहा है ।
ये पूछे जाने पर की डिंपल यादव पार्लियामेंट में इस मुद्दे पर चर्चा चाहती है तो आपलोग उनकी बात क्यों नहीं मान रहे हैं । उस पर आरएलडी सांसद राजकुमार सांगवान का कहना था कि वो चर्चा नहीं चाहती बल्कि। हरचंदपुर से भाग रही हैं इसीलिए हर दिन समाजवादी पार्टी , कांग्रेस बाक़ी विपक्षी दलों के साथ बेल तक आकर हंगामा करती है । क्योंकि उनको पता है कि जाँच चल रहा है और उनकी इस मामले सर्वे का काम पूरा नहीं होने देने और सौहार्द बिगाड़ने को लेकर पूरी तरह से राजनीतिक संलिप्तता है । जब हमने पूछा कि क्या आपको लगता है कि इस हिंसा के लिए फंडिंग भी हुई है राजकुमार सांगवान ने कहा कि फंडिंग और सपोर्ट के बिना इतनी तैयारी के साथ इतनी बड़ी हिंसा संभव जी नहीं थी । जब जांच पूरा होगा तो जो तथ्य सामने आयेंगे वो हम सब्जियों सन्न करने वाले होगें । उन्होंने कहा कि साजिश और तैयारी कितनी जबरदस्त थी इस बात से ही समझा जा सकता है कि जब पुलिस प्रसाशन ने जांच और पड़ताल शुरू की तो मस्जिद के अंदर बड़ी मात्र में पतझड़ मिले जिसको हटाने के लिए प्रशासन को 24 लाड़ियाँ बुलानी पड़ी। उत्तरप्रदेश के बागपत से आरएलडी सांसद राजकुमार सांगवान ने आगे कहा कि जब संभल हिंसा का पूरा सच दुनिया के सामने आएगा तो पूरी विपक्ष मुँह दिखाने लटक नहीं। बचेगी । योगी सरकार पहले भी इस मामले की निष्पक्ष जांच कर रही थी और अब सर्वोच्च न्यायालय ने भी आदेश दिया है कि जात -धर्म से ऊपर उठ कर मामले की निष्पक्ष जाँच हो और कड़ी करवायी की जाए ।
उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव ने संभल के पीड़ित परिवारों के लिए 5-5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है । इस ऐलान पर सांसद राजकुमार सांगवान का कहना है कि पहले तो अखिलेश यादव को पीड़ित की परिभाषा तय करनी चाहिए और ये मुआवजा घायल पुलिसकर्मियों के लिए उन्होंने क्यों नहीं ऐलान किया ?
गौरतलब है कि संभल पर राजनीति गरमाती जा रही है , शनिवार को संभल जा रही कैराना लोकसभा क्षेत्र से सपा सांसद इकरा चौधरी को छिजारसी टोल प्लाजा पर पुलिस ने रोक लिया। सांसद के संभल जाने की सूचना पर सुबह से ही पुलिस छिजारसी टोल प्लाजा पर डेरा डाले हुए थी। सांसद इकरा वहां से गुजरने की कोशिश कर रही थी तो पुलिस ने बैरिकेटिंग करके उनकी गाड़ी को पास नहीं दिया और संभल जाने से रोक लिया। सपा सांसद इकरा चौधरी का कहना है कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के आह्वान पर संभल में हुई आगजनी पथराव में हुई जन हानि का जायजा लेने के लिए समाजवादी पार्टी का 15 लोगों के एक डेलिगेशन संभल जाना था। लेकिन पुलिस ने हमें घटनास्थल पर जाने से रोक लिया। प्रशासन कमजोर अल्पसंख्यकों की आवाज दबाना चाहती है।
इस बीच में संभल डीएम ने अपील के है कि 10 तारीख तक कोई भी राजनेता संभल नहीं आएं।