हाथरस केस का पीड़िता परिवार दिल्ली में रहने की इच्छा जाहिर कर रहा है। इसलिए परिवार ने अपनी बिटिया के मुकदमे को दिल्ली की अदालत में ट्रांसफर करने की मांग की है। मुकदमा ट्रांसफर होते ही वह दिल्ली में जाकर शिफ्ट हो जाएंगे।
सीबीआई ने बूलगढ़ी कांड में चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। फिलहाल पीड़िता का परिवार चार्जशीट दाखिल होने के बाद न्याय की उम्मीद लगाये बैठा है। पीड़िता के बड़े भाई का कहना है कि न्याय की पहली सीढ़ी पार हो गयी है। अब पूरी उम्मीद है कि उसकी बहन को न्याय मिलेगा। आज भले ही वह इस दुनिया में नहीं है, लेकिन ऊपर से वह जरुर देख रही होगी। पीड़िता के पिता का कहना है कि जब मुकदमा दिल्ली पहुंच जाएगा तो वह अपने परिवार के साथ वहीं रहेंगे। सुरक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलहाल सुरक्षा से वह संतुष्ट है। कोई दिक्कत नहीं है।
कैंप ऑफिस पर लटका ताला
सीबीआई ने हाथरस में नहर के पास कृषि विभाग के कार्यालय को अपना कैम्प आफिस बना रखा था। रविवार को कार्यालय पर ताला लटका हुआ दिखाई दिया। सीबीआई की एक भी गाड़ी कार्यालय के बाहर नजर नहीं आयी। इससे लग रहा है कि सीबीआई हाथरस से जा चुकी है।