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Monday, May 20, 2024

राबड़ी देवी : बिहार में अपराध, भ्रष्टाचार और बेरोजग़ारी चरम पर

बिहार की पहली महिला सीएम रहीं राबड़ी देवी आज साल के पहले दिन की खुशियों के साथ अपना जन्‍मदिन भी मना रहीं हैं। इस मौके पर बड़ी संख्‍या में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने उन्‍हें बधाई दी। सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी ने बिहार की जेडीयू-भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि इन दोनों के अनैतिक गठबंधन ने बिहार को वर्चस्‍व की जंग में झोंक दिया है। 

पत्रकारों से बातचीत करते हुए राबड़ी देवी बोलीं कि बिहार में अपराध, भ्रष्टाचार और बेरोजग़ारी चरम पर है। उन्‍होंने कहा कि प्रदेश में पिछले कई दिनों से जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं। मरीज परेशान हैं। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी ने कल एक ट्वीट में उन्‍हें 40 सीटों वाले अनुकंपाई मुख्यमंत्री की संज्ञा दे दी थी। आज उन्‍होंने कहा कि सीएम घूमने-फिरने में मस्त हैं। भाजपा पर सत्‍ता के लिए कुछ भी कर गुजरने का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्‍यमंत्री ने कहा कि अरुणांचल में जैसे जदयू विधायकों को तोड़ा गया, वैसा ही कुछ बिहार में भी हो सकता है। क्‍या नीतीश कुमार को दोबारा विपक्ष (राजद-कांग्रेस एवं अन्‍य) के महागठबंधन में शामिल किया जा सकता है? इस सवाल पर राबड़ी देवी ने कहा कि जरूरत पड़ी तो पार्टी नेता इस पर विचार-विमर्श करके फैसला लेंगे। पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा बिहार की जनता के खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। साल के पहले दिन कुछ अप्रिय नहीं बोलना चाहती लेकिन प्रदेश के हालात ठीक नहीं हैं। 

तीन बार बिहार की कमान संभाल चुकी हैं राबड़ी देवी 
राबड़ी देवी तीन बार बिहार की कमान सम्‍भाल चुकी हैं। वह पहली बार साल 1997 में 25 जुलाई को सीएम बनीं। वह बिहार में सीएम पद की शपथ लेने वाली पहली महिला हैं। उनका पहला कार्यकाल सिर्फ 2 साल (25-07-1997 से 11-02-1999) का रहा। दूसरे टर्म में (09-03-1999 से 02-03-2000) और तीसरे टर्म में (11-03-2000 से 06-03-2005) तक वह सीएम रहीं। दूसरे टर्म में उन्‍होंने पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा किया। उन्होंने ऐसे वक्त में बिहार की कमान संभाली थी जब उनके पति लालू यादव को बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में जेल जाना पड़ा था

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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