[10:23, 16/11/2020] Anita Mam: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जैन भिक्षु आचार्य विजय वल्लभ सूरिश्वर महाराज की 151वीं जयंती समारोह के अवसर पर राजस्थान के पाली जिले में स्थापित की गई उनकी 151 इंच ऊंची प्रतिमा का अनावरण करेंगे। प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिरकत करेंगे।
अष्टधातु से बनी यह मूर्ति पाली जिले के जैतपुरा में स्थित विजय वल्लभ साधाना केन्द्र में स्थापित की जा रही है। 151 इंच (13 फीट) की अष्ट धातु से बनी मूर्ति जमीन से 27 फीट ऊंची है। इसका वजन करीब 1300 किलो है, जिसे स्टेच्यू ऑफ पीस नाम दिया गया है।
250 अनुयायियों के साथ पैदल पहुंचे थे भारत
जानकारी के अनुसार जैन भिक्षु आचार्य विजय वल्लभ सूरीश्वर जी 1870-1954 का जन्म गुजरात के बड़ौदा में विक्रम संवत 1870 में हुआ था। वे खादी व स्वदेशी आंदोलन के पैरोकार रहे हैं।
बताया जाता है कि जब 1947 में भारत-पाकिस्तान का विभाजन हुआ था, तब वे पाकिस्तान के गुजरांवाला में चातुर्मास कर रहे थे, तब ब्रिटिश सरकार ने उनको लाने के लिए विशेष विमान भेजा था, लेकिन सितम्बर 1947 को वे अपने 250 अनुयायियों के साथ पैदल ही भारत पहुंचे थे।
सामाजिक कार्यों के लिए भी उन्हें याद किया जाता है। उन्होंने शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र में कई अहम योगदान दिए हैं। देश के गुजरात, पंजाब और राजस्थान सहित कई राज्यों में उनके द्वारा शिक्षण संस्थाएं और अस्पताल संचालित करवाए गए। उन्होंने खुद 50 संस्थाओं की स्थापना की।
[10:24, 16/11/2020] Anita Mam: राजस्थान में बदला मौसम का मिज़ाज, कई स्थानों पर झमाझम बारिश के साथ गिरे ओले
राजस्थान के कई स्थानों पर रविवार को अचानक मौसम ने करवट बदली। राजधानी जयपुर समेत कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई और ओले गिरे। बारिश से तापमान में गिरावट आ गई है। वहीं अब सर्दी का असर भी बढ़ेगा।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान के कोटा, बारां, भरतपुर, अलवर, झुंझनूं, सीकर, सवाई माधोपुर, टोंक, धौलपुर तथा जयपुर जिलों और पश्चिमी राजस्थान के हनुमानगढ़, चूरू, श्रीगंगानगर के लिए अलर्ट जारी किया है। यहां रविवार रात तक बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। बारां में रविवार सुबह 5 बजे से दोपहर करीब 12 बजे तक रुक-रुककर बारिश होती रही। शहर के कई इलाकों में पानी भर गया। अचानक हुई बारिश से मौसम में ठंड भी बढ़ गई। अलवर और दौसा जिले से भी बारिश होने की सूचना है। मावठ यानी हल्की बारिश फसलों के लिए अच्छी है। इस समय गेहूं, चने और सरसों की फसल के लिए मावठ अच्छी है, लेकिन ओलों से फसलों को नुकसान है।
एक दिन रहेगा पश्चिमी विक्षोभ का असर
मौसम विभाग जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि सर्दियों में पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदेश के कई जिलों में मौसम बदला है। इस दौरान उपरी वातावरण में पश्चिम से पूर्व की तरफ हवाएं चलती हैं उनमें डिस्टरबेंस होता है। यानी वह एंटीक्लॉक वाइज होती तो उससे एक ट्रफ बनता है और इसी कारण बारिश-ओलावृष्टि जैसी मौसमी गतिविधियां होती हैं। उन्होंने बताया कि रविवार को आए इस पश्चिमी विक्षोभ का असर सिर्फ एक ही दिन रहेगा। प्रदेश में बीती रात तापमान में 2 से तीन डिग्री तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, लेकिन बारिश के चलते रविवार को ठंड थोड़ी बढ़ गई है। सर्दी के मौसम में अचानक आई बरसात ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।