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Saturday, May 18, 2024

गरीबी के संघर्ष से लड़कर वाराणसी की शूटर पूजा वर्मा ने 43 वीं यूपी स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड पर निशाना साधा

गरीबी के संघर्ष से लड़कर वाराणसी की शूटर पूजा वर्मा ने 43 वीं यूपी स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड पर निशाना साधा है। यूपी के नोएडा में आयोजित इस चैंपियनशिप में पूजा ने तीन गोल्ड मेडल हासिल किए हैं। 50 मीटर राइफल प्रोन शूटिंग और थ्री पोजिशन में प्रथम स्थान पाकर यूपी में महिला निशानेबाजी में श्रेष्ठ का खिताब पूजा ने अपने नाम किया । पूजा का सपना है कि वो ओलंपिक में गोल्ड जीतकर पूरे विश्व मे देश का नाम रोशन करें|

एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में पूजा वर्मा ने बताया कि शूटर बनने के लिए उन्होंने किराए के राइफल से प्रैक्टिस शुरू की थी। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी इसलिए पूजा अपने सपनों को पूरा करने के लिए घर-घर जाकर लोगो को मेहंदी लगाती थीं। इसके अलावा वो महिलाओं को स्कूटी भी सिखाया करती थीं। बिटियां की मेहनत और लगन देख उसके माता-पिता ने भी लोगो से कर्ज लेकर उसे प्रैक्टिस के लिए राइफल दिलाया।

छोटे से कमरे में सारी गृहस्थी
वाराणसी के भेलूपुर की रहने वाली पूजा वर्मा की सारी गृहस्थी 100 स्क्वायर फीट के कमरे में बसी हैं। इसी छोटे से कमरे में वो अपने माता पिता और भाई के साथ रहती है। घर में जगह की परेशानी है इसलिए पूजा का भाई घर के बजाय दफ्तर में ही सोता है

पिता ड्राइवर, मां घरों में बनाती है खाना

पूजा वर्मा के पिता पेशे के ड्राइवर है । उनकी माँ घर-घर जाकर खाना बनाने का काम करती हैं। बेटी की सफलता पर आज मां बाप को गर्व है। गरीब मां बाप की उम्मीद है की बिटिया एक दिन शूटिंग में ओलंपिक खेलकर देश के लिए मेडल लाएगी।

कोरोना ने रोकी राह, नहीं मानी हार
पूजा ने बताया कि इंडिया टीम में ट्रायल में लिए भी उन्होंने प्रयास किया था। इसके अलावा नैशनल गेम में उनका सलेक्शन भी हो चुका था लेकिन मार्च में कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में बिटियां के सपनों पर पानी फेर दिया। बाहुजूद इसके शूटर पूजा वर्मा ने हार नहीं मानी और यूपी स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में भाग लेकर उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया।

वाराणसी में हुआ भव्य स्वागत
रविवार की सुबह शूटर पूजा जब वाराणसी पहुंची, तो ढ़ोल नगाड़ों के बीच मोहल्ले के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। बेटियों की सुरक्षा, सम्मान और अधिकार की आवाज उठाने वाली सामाजिक संस्था आगमन ने भी बिटियां का सम्मान कर उसके हौसले को सलाम किया।पूजा वर्मा के पिता पेशे के ड्राइवर है । उनकी माँ घर-घर जाकर खाना बनाने का काम करती हैं। बेटी की सफलता पर आज मां बाप को गर्व है। गरीब मां बाप की उम्मीद है की बिटिया एक दिन शूटिंग में ओलंपिक खेलकर देश के लिए मेडल लाएगी।

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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