राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल दो दिवसीय यात्रा पर बुधवार को अफगानिस्तान पहुंचे और वहां राष्ट्रपति अशरफ गनी सहित शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की। इस दौरान शीर्ष नेतृत्व के साथ उन्होंने आपसी हितों के सामरिक मुद्दों, आतंकवाद के खिलाफ और शांति स्थापित करने के लिए जारी प्रयासों में समन्वय बनाने जैसे विषयों पर चर्चा की।
19 साल में पहली बार अफगान सरकार और तालिबान कर रहे हैं सीधे बातचीत |
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की काबुल यात्रा ऐसे समय हुई है जब अफगान सरकार और तालिबान 19 साल से चले आ रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए पहली बार सीधे बात कर रहे हैं। दोनों पक्षों के बीच पांच जनवरी को दोहा में वार्ता शुरू हुई थी। अजीत डोभाल के साथ एक प्रतिनिधिमंडल भी अफगानिस्तान पहुंचा है। उन्होंने आज सुबह अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की।
दोनों पक्षों के बीच हुई अहम चर्चा
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया कि दोनों पक्षों ने आतंकवाद के खिलाफ सहयोग और अफगानिस्तान में शांति के लिए क्षेत्रीय समर्थन जुटाने के प्रयासों पर चर्चा की। बैठक के दौरान राष्ट्रपति गनी ने कहा कि अफगानिस्तान की स्थिरता में अफगान सुरक्षाबल क्षेत्रीय तथा वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ अग्रिम पंक्ति में लड़ते हुए बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नाटो व अमेरिका के साथ भारत और अफगानिस्तान के संयुक्त प्रयास आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सफल होंगे।
अफगानिस्तान के साथ सहयोग जारी रखते हुए पारस्परिक हित के मुद्दों पर वार्ता के लिए भारत तैयार
वहीं मुलाकात के दौरान एनएसए डोभाल ने कहा कि भारत अफगानिस्तान के साथ सहयोग जारी रखते हुए पारस्परिक हित के मुद्दों पर वार्ता के लिए तैयार है। अफगानिस्तान की राष्ट्रीय सुलह परिषद के अध्यक्ष अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने ट्वीट कर बताया कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के स्वागत से प्रसन्नता हुई। हमने शांति प्रक्रिया, वार्ता के दूसरे दौर की शुरुआत और अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने में भारत की भूमिका पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
अफगानिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने एक बयान में कहा कि एनएसए हमदुल्ला मोहिब ने काबुल में दो दिवसीय यात्रा के लिए दिल्ली से आए अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल और उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की। दोनों पक्षों ने आपसी हित के रणनीतिक मुद्दों पर व्यापक बातचीत की।