श्रीनगर में रविवार को सुरक्षा बलों के हाथों एक बड़ी सफलता लगी। आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर सैफुल्लाह इस्लाम मीर को सुरक्षा बलों ने रातभर रेकी के बाद मार गिराया। पेशे से डॉक्टर आतंकी सैफुल्लाह ने घाटी में रियाज नायकू की मौत के बाद हिज्बुल की कमान संभाली थी। वह मुठभेड़ में घायल होने वाले आतंकवादियों का इलाज करता था। सैफुल्लाह आतंकी बुरहान वानी के 12 आतंकियों की टीम में भी शामिल था। सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने बताया कि पुराने हवाई अड्डे के पास रंगरेथ इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली थी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की रात भर रेकी की। आतंकी सैफुल्लाह की लोकेश्न मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने दोपहर को एक मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर को मार गिराया गया। एनकाउंटर के बाद कश्मीर पुलिस ने कहा, जिस आतंकवादी को मारा गया है, वह हिजबुल मुजाहिदीन का नंबर वन कमांडर था।
सैफुल्लाह कश्मीर में सुरक्षाबलों पर हमले की योजना बनाता था। इसके अलावा वो कश्मीर में फलों के बाग, अफीम की खेती करने वालों से आतंकवाद के नाम पर पैसों की उगाही भी करता था। इन सबके बीच उसका सबसे बड़ा काम ये था कि वह मुठभेड़ में घायल होने वाले आतंकियों का इलाज करता था। जिससे उसका नाम डॉक्टर पड़ गया था।
वसूलता था टेरर टैक्स
जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने सैफुल्लाह के मारे जाने को बड़ी सफलता बताया है। सैफुल्लाह सीधे हिजबुल चीफ सैयद सलाहुद्दीन के संपर्क में था। पिछले साल सैफुल्लाह ने कश्मीर में एक नया तरीका शुरू किया था। जिसमें उसने घाटी में फलों का व्यापार करने वाले बाग मालिकों से पैसों की उगाही शुरू की थी। इन पैसों से आतंकियों की फंडिंग की जाती थी।
ड्रग नेटवर्क के पैसों से संगठन को कर रहा था मजबूत
पंजाब में जिस ड्रग नेटवर्क का खुलासा हुआ था, उसके पैसे सैफुल्लाह तक पहुंचने वाले थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सैफुल्लाह ने हिजबुल को पैसों के मामले में काफी मजबूत करने का काम शुरू कर दिया था। इन पैसों से युवाओं को पैसे देकर आतंकवाद के रास्ते पर लाने का काम किया जाता था।
दर्जनों हमलों में था शामिल
सैफुल्लाह ने कश्मीर में इस साल सुरक्षाबलों के काफिले पर करीब 1 दर्जन हमले किए थे। सैफुल्लाह ने मेडिकल की पढ़ाई की थी और वह पुलवामा के मलंगपोरा का निवासी था। सैफुल्लाह को आतंक के रास्ते पर ले जाने के पीछे रियाज नायकू शामिल था। सैफुल्लाह कश्मीर के नौगाम में हुए आतंकी हमले का मुख्य साजिशकर्ता था। इस हमले में 2 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे। इसके अलावा सैफुल्लाह पंजाब के रास्ते आतंकियों के ड्रग रैकेट को संचालन करने में मुख्य भूमिका निभा रहा था।