उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 492 साल बाद होने वाले कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। यूपी सरकार रामजन्मभूमि पर दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर नजर बनाए हुए है। यूपी सरकार के निर्देश पर रविवार को अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, एडीजी जोन एसएन सावत ने अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम का निरीक्षण किया। अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि अयोध्या में इस बार की दिवाली बेहद खास होगी। उन्होंने कहा कि अबकी बार अयोध्या में डिजिटल दिवाली भी मनाई जाएगी। इसके लिए देश-विदेश में बैठे लोगों के लिए अयोध्या के राम मंदिर में दिया जलाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि दीपोत्सव पर अयोध्या में लेजर आतिशबाजी शो का आयोजन भी किया गया है।
492 साल बाद रामजन्मभूमि पर जलेंगे दीप
रामभक्तों का अयोध्या में दीप जलाने का वर्षों का सपना अब पूरा होने जा रहा है। 492 साल बाद अयोध्या में रामजन्मभूमि इस बार दीपोत्सव मनाया जाएगा। तीन दिवसीय दीपोत्सव कार्यक्रम इस बार बेहद खास होगा। इसके लिए यूपी सरकार ने कई तरह के इंतजाम किए हैं। 11 नवंबर से होने वाले दीपोत्सव में 13 नवंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ भी शिरकत करेंगे। अयोध्या में दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। यहां सरयू नदी के 24 घाट पर छह लाख दीपक जलाए जाएंगे। पिछले वर्ष करीब सवा चार लाख दीपक एक साथ जलाकर विश्व रिकॉर्ड बना था।
रामकथा पार्क में होगा राज्याभिषेक
दिवाली पर इस बार ‘अयोध्या दीपोत्सव’ में करोड़ों राम भक्त श्रीरामलला दरबार में वर्चुअल हाजिरी लगाएंगे। साकेत महाविद्यालय से भगवान राम के प्रसंगों पर आधारित 11 झांकी निकाली जाएंगी, जो राम कथा पार्क तक होकर जाएंगी। झांकी में यूपी सरकार अपराधियों के दहन और नारी शक्ति के उद्धार की भी झांकी दिखाने की व्यवस्था की गई है। 13 नवंबर को सीएम योगी के अयोध्या आगमन के बाद राम कथा पार्क में भगवान राम का राज्याभिषेक किया जाएगा।
भव्यता में कमी नहीं पर कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन जरूरी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या दीपोत्सव को भव्य-दिव्य बनाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन स्पष्ट कहा है कि कहीं भी कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। प्रतिदिन अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। जितने भी कार्यक्रम होंगे सभी में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि दीपोत्सव पर राम की पैड़ी के साथ सभी मठ मंदिरों व घरों में ऐसे दीप जलेंगे, जिससे भगवान राम की नगरी अयोध्या दीप के प्रकाश से पूरी तरह से अलोकित हो जाए। इस बार करीब साढ़े पांच लाख दीप जलाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री योगी रामायण के प्रसंगों पर आधारित झांकियों का अवलोकन करेंगे। साथ ही, श्रीराम, सीता और लक्ष्मण के स्वरूप, की आरती कर श्री राम का राज्याभिषेक करेंगे। मुख्यमंत्री जन्मभूमि परिसर में रामलला की आरती भी उतारेंगे। अयोध्या दीपोत्सव की तैयारियों पर मुख्यमंत्री की सीधी नजर है।