उत्तर प्रदेश के बरेली में निर्माणाधीन मकान में सो रहे किसान का अपहरण कर उसे खेत में ले जाकर पेड़ से बांधा फिर जिंदा जला दिया गया। रात से गायब किसान को परिजन तलाशते रहे। दोपहर बाद जला हुआ शव पेड़ से बंधा देखकर लोगों ने खबर दी जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक की डायरी परिजनों ने पुलिस को सौंपी है जिसमें बंटाईदार पर हत्या की आशंका जताते हुए किसान ने कई बातें लिखीं थीं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बरेली के शीशगढ़ की पुलिस चौकी मानपुर के गांव बरगवां निवासी धर्मपाल के परिजनों ने पुलिस को बताया कि धर्मपाल 40 शुक्रवार रात करीब 11.00 बजे घर के पास ही उनके निर्माणाधीन मकान में सोने गए। शनिवार सुबह पुत्री चाय लेकर मकान पर गई मगर पिता वहां नहीं मिले। दोपहर तक उनके घर न लौटने पर परिजनों ने तलाशना शुरू किया। दोपहर के वक्त खेतों में काम कर रहे लोगों ने जला हुआ शव पेड़ से बंधा देखकर परिजनो को सूचना दी। परिजनों ने शव की शिनाख्त की।
सूचना पर एसपी देहात, सीओ पील्ड यूनिट व पुलिस फोर्स लेकर पहुंच गए। परिजनों का कहना है कि रात में धर्मपाल का अपहरण कर हत्यारे कांता प्रसाद के खेत में ले गए और सेमल के पेड़ से कंटीले तार के सहारे बांध दिया। इसके बाद तेल छिड़ककर उन्हें जिंदा जला दिया। पुलिस को मौके पर तेल की केन मिली है। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं, पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है।
मृतक की बेटी ने पुलिस को बताया कि पिता को कई दिन से जान का खतरा था। उन्होंने यह बात बताई थी और सारा राज एक डायरी में लिख दिया था। वह डायरी पुलिस के हवाले कर दी है। डायरी में धर्मपाल ने अपने बंटाईदार तोताराम से जान का खतरा बताते हुए लिखा है कि यदि उसे कुछ होता है तो बंटाईदार तोताराम इसका जिम्मेदार होगा। धर्मपाल का तोताराम से चार साल पहले रास्ते को लेकर विवाद भी हुआ था। हालांकि विवाद का कोर्ट से फैसला हो चुका था।
मृतक डिप्रेशन में था। उसने अपने दोस्त से कहा कि घर में कोई नीला पदार्थ डाल जाता है। उसके हाथ भी नहीं बंधे थे। मामला आत्महत्या का लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की दिशा तय होगी। मृतक के घर से मिली डायरी में लिखे नामों की जांच की जा रही है।