अयोध्या दीपोत्सव-2020 के अवसर पर रामलला के दरबार में 21 हजार दीपक जलाए जाएंगे। इनमें पांच हजार दीपक राष्ट्रीय एकीकरण के दृष्टिगत अलग-अलग-अलग राज्यों से मंगाकर जलाए जाएंगे। इन दीयों को एफएम रेडियो, अहमदाबाद गुजरात के जरिए एकत्र कराया जा रहा है। यह जानकारी अयोध्या के नगर आयुक्त विशाल सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि नगर निगम ने विभिन्न राज्यों में चालीस हजार दीयों का आर्डर दिया है। बताया गया कि जिला प्रशासन ने रामजन्मभूमि परिसर में दूसरे राज्यों के पांच हजार दीए जलाने की अनुमति दी है। इन पांच हजार दीयों के अतिरिक्त शेष दीयों को सरयू नदी के लक्ष्मण घाट से लेकर अन्य घाटों पर जलवाया जाएगा। इस आशय का निर्णय रविवार को अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी की अध्यक्षता में यात्री निवास में हुई बैठक में लिया गया।
अयोध्या में साज-सज्जा की होगी प्रतियोगिता, पार्षद होंगे पुरस्कृत
नगर निगम ने दीपोत्सव को यादगार बनाने के लिए पूरे महानगर को सजाने की भी योजना बनाई है। इस आयोजन को व्यापक बनाने के लिए पार्षदों का भी सहयोग लिया जाएगा। बताया गया कि सभी पार्षदों के माध्यम से महानगर के अलग-अलग वार्डों में दो-दो हजार दीए जलवाए जाएंगे और साज-सज्जा भी कराई जाएगी। बताया गया कि सायं की बेला में सभी वार्डों में ड्रोन कैमरे से चित्र लिए जाएंगे। इनमें जिस वार्ड की सजावट सबसे खूबसूरत होगी उस वार्ड के साथ पार्षद को भी सम्मानित व पुरस्कृत किया जाएगा।
कोविड-19 के गाइडलाइंस के अनुपालन में सोशल डिस्टेसिंग को बरकरार रखते हुए श्रद्धालुओं को उत्सव में शामिल रखने की दृष्टि से यह निर्णय लिया गया है। दीपोत्सव के दौरान लेजर आतिशबाजी का भी आयोजन किया जाएगा। इस आतिशबाजी में धमाके तो होंगे लेकिन न धुआं उठेगा और न ही पर्यावरण में प्रदूषण फैलेगा।