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Sunday, June 29, 2025

लिपूलेख में -20 डिग्री पहुंचा पारा, कुटी यंगती नदी जमी

पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ गई है। जम्मू्-कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश में अधिकतर स्थानों पर तापमान शून्य से नीचे चला गया है। कश्मीर में 40 दिन तक पड़ने वाली कड़ाके की ठंड यानी ‘चिल्लई कलां’ की सोमवार से शुरुआत हो गई। हालांकि इस बीच घाटी के न्यूनतम तापमान में थोड़ी वृद्धि हुई है। अधिकारियों ने कहा कि 21 दिसंबर से 31 जनवरी तक शीतलहर कश्मीर को अपने आगोश में ले लेती है, जिससे इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ती है।

श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चार डिग्री सेल्सियस रहा। राजस्थान में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी से लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिली है। हालांकि, राज्य के एकमात्र पर्वतीय स्थल माउंट आबू में रविवार रात तापमान शून्य से दो डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के अनुसार माउंट आबू में रविवार रात न्यूनतम तापमान शून्य से दो डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। पंजाब और हरियाणा में पिछले कुछ दिनों से चल रही शीत लहर की स्थिति सोमवार को भी जारी रही। चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पटना के मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 24 घंटे तक राज्य के सभी शहरों में कोल्ड डे या कोल्ड वेब का अलर्ट जारी किया है। उसके बाद के 24 घंटे भी स्थिति में ज्यादा सुधार के आसार नहीं हैं। पटना का अधिकतम तापमान 17.8 डिग्री दर्ज किया गया। गया का अधिकतम 20.6, भागलपुर का 21.2 जबकि पूर्णिया का 22.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

यूपी के कुछ हिस्सों में प्रचंड शीतलहर की चेतावनी

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में प्रचंड शीतलहर चलने की चेतावनी जारी की है। इस दौरान पूर्वी व पश्चिमी अंचलों में कई स्थानों को कोल्ड डे के हालात रहेंगे यानी दिन में धूप नहीं निकलेगी। सुबह व रात में घना कोहरा छाया रह सकता है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान चुर्क रहा, जहां रात का तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस रहा। इस दौरान गोरखपुर, वाराणसी, अयोध्या, लखनऊ, बरेली मण्डलों में रात का तापमान सामान्य से कम रहा। सोमवार को लखनऊ और आसपास के इलाकों में दिन में धूप खिली मगर ठिठुरन बनी रही। शाम होते-होते ठण्ड का असर और गहरा गया। पूर्वी और पश्चिमी यूपी में सोमवार को सुबह व रविवार की रात में घना कोहरा छाया रहा।

लिपूलेख में माइनस 20 डिग्री पहुंचा पारा, कुटी यंगती नदी जमी

भारत-चीन सीमा से सटे लिपूलेख क्षेत्र में माइनस 20 डिग्री से नीचे पारा पहुंच गया है। लगातार पारा गिरने के बाद अब कुटी यंगती नदी पूरी तरह से जम गई है। क्षेत्र के 18 प्रमुख जल स्रोतों का पानी भी जम गया है। जिससे उच्च हिमालयी गांवों में इस समय रह रहे कई लोगों के साथ चीन सीमा में तैनात सैनिकों को पीने पानी के लिए तक मुसीबत झेलनी पड़ रही है।

16 हजार 640 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित लिपूलेख दर्रा भारत व चीन के बीच सीमा विभाजन करता है। वहां इस समय तापमान रात के समय माइनस 20 से नीचे पहुंच रहा है। नप्लचु, नाभी, रोंककोंग, गुंजी, कुटी में इस समय रात को तापमान माइनस 8 से नीचे जा रहा है। जिससे इन गांवों के सभी जल स्रोत जम गए हैं।

ठंड से नवजात हाथी ने तोड़ा दम

ठंड की वजह से हाथी के प्रसव के दौरान नवजात की मौत हो गई। अपने बच्चे की मौत के बाद मादा हाथी झुंड के साथ जंगल में चला गया। झुंड में पांच हाथी थे। सरायकेला-खरसावां जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र के चिंगड़ापाडकीडीह में एक मादा हाथी ने सोमवार की तड़के सुबह करीब तीन बजे नवजात को जन्म दिया। दलदली जमीन और कड़ाके की ठंड की वजह से नवजात ने दम तोड़ दिया। प्रसव के बाद अपने नवजात को मादा हाथी घसीटकर करीब सौ मीटर तक ले गई थी। जब मादा हाथी को इस बात का एहसास हुआ कि उसके संतान की मौत हो चुकी है तो वह उसे वहीं छोड़कर जंगल की ओर चली गई।

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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