भारत ने म्यांमार में हिंसा की निंदा की है और लोकतंत्र बहाली की हिमायत की है. भारत ने कहा है कि वो मौजूदा स्थिति का समाधान निकालने के किसी भी क़दम का समर्थन करेगा.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है, “हम मानते हैं कि क़ानून का राज क़ायम रहना चाहिए. हम म्यांमार में लोकतंत्र बहाली के पक्ष में हैं.”
उन्होंने म्यांमार में बंदी बनाए गए राजनीतिक क़ैदियों की रिहाई का समर्थन किया. बागची ने कहा, “हम राजनीतिक क़ैदियों की रिहाई के लिए अनुरोध करते हैं.”
म्यांमार में फ़रवरी में सेना ने तख़्तापलट किया और सत्ता पर अधिकार कर लिया. सेना ने म्यांमार में हुए चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था. चुनाव में आंग सान सू ची की पार्टी ने एकतरफ़ा जीत हासिल की थी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने म्यांमार से आने वाले शरणार्थियों के मुद्दे पर कहा, “हम अपने क़ानून और मानवाधिकार के आधार पर इस मामले को देख रहे हैं.”
म्यांमार में तख़्तापलट के बाद से ही लोग सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. म्यांमार की सेना विरोध पर सख़्ती से कुचल रही है. बीते शनिवार को सेना की कार्रवाई में सौ से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई थी.