मेरठ में प्राइवेट स्कूल की दो शिक्षिकाओं से सरेराह छेड़छाड़ हुई। शोहदों ने न केवल रास्ता रोका, बल्कि छेड़खानी करते हुए दुस्साहसिक तरीके से दुपट्टा भी खींचा। शिक्षिकाएं इतनी भयभीत हो गईं कि पिछले पांच दिन से उनका स्कूल जाना बंद है। डायरेक्टर ने फोन करके स्कूल नहीं आने की वजह पूछी तो पूरा मामला सामने आया। ट्वीट के बाद हरकत में आई पुलिस ने शोहदों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
मामला टीपीनगर थाना क्षेत्र में मेट्रो प्लाजा के आसपास का है। साकेत के निजी स्कूल में पढ़ाने वाली दो शिक्षिकाएं 15 दिसंबर को स्कूटी से मेट्रो प्लाजा गई थीं। यहां बाइक सवार दो युवकों ने उनका रास्ता रोक लिया। शिक्षिकाओं के अनुसार, शोहदों ने उनसे छेड़खानी की। अश्लील टिप्पणियां की। एक आरोपी ने एक शिक्षिका का दुपट्टा तक खींच लिया। लोकलाज के डर से उन्होंने यह बात किसी को नहीं बताई और स्कूल की बजाय सीधे घर चली गईं। इस घटना के बाद दोनों शिक्षिका इस कदर डर गईं कि उन्होंने स्कूल जाना बंद कर दिया। स्कूल प्रबंधन ने शुक्रवार शाम उनसे फोन करके स्कूल नहीं आने की वजह पूछी। शुरुआत में दोनों शिक्षिकाएं कतराती रहीं। बाद में उन्होंने प्रबंधन को पूरी घटना से रूबरू कराया। विजय गुप्ता, टीपीनगर थाना प्रभारी का कहना है कि बाइक नंबर के आधार पर आरोपियों को ट्रेस कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, घटनास्थल थाना रेलवे रोड का है। वहां की सीसीटीवी फुटेज भी दिखवाई जा रही है।
डरी शिक्षिकाएं शिकायत तक नहीं करना चाहतीं
दोनों शिक्षिकाएं डरी हुई हैं। पुलिस में भी लिखित शिकायत देने के लिए तैयार नहीं हुईं। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने शनिवार को मेरठ पुलिस को ट्वीट करके पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। मेरठ पुलिस ने जवाब दिया है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीपीनगर थाना पुलिस को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
शोहदों का बाइक नंबर पुलिस को सौंपा
शिक्षिकाओं ने स्कूल डायरेक्टर को बताया कि वह इस केस को इश्यू नहीं बनाना चाहती हैं। इसलिए उस दिन चुपचाप अपने घर पर आ गईं। उन्हें डर था कि शोहदे फिर पीछा कर सकते हैं, इसलिए स्कूल नहीं गईं। हालांकि उन्होंने शोहदों की बाइक का नंबर नोट कर लिया। बाइक मेरठ की है। पुलिस ने इस आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।