पश्चिम बंगाल और असम विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए शनिवार को मतदान शुरू हो गया, जिसमें कई प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी है. दोनों राज्यों में पहले चरण में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 1.54 करोड़ से अधिक है. पश्चिम बंगाल में पहले चरण में 30 विधानसभा सीटों पर चुनाव होगा है, जिनमें से अधिकतर सीटें एक समय नक्सल प्रभावित रहे जंगलमहल इलाके में आती हैं. ऐसे में सबकी निगाहें इस क्षेत्र में होने वाले मतदान पर टिकी हैं.
असम में पहले चरण के मतदान में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, विधानसभा अध्यक्ष हीरेन्द्रनाथ गोस्वामी और असम की प्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष रिपुन बोरा की किस्मत दांव पर है. इसके अलावा सत्तारूढ़ भाजपा तथा असम गण परिषद के कई मंत्रियों की भी किस्मत भी पहले चरण के मतदान के साथ ईवीएम में कैद हो जाएगी. असम की 126 सदस्यीय विधानसभा की 47 सीटों पर पहले चरण में मतदान होगा.
इस चरण में अधिकतर सीटों पर सत्तारूढ़ भाजपा-एजीपी गठबंधन, कांग्रेस नीत विपक्षी महागठबंधन और नवगठित असम जातीय परिषद (एजेपी) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं. अधिकारियों ने कहा कि मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर शाम छह बजे समाप्त होगा. कोविड-19 नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिये मतदान का समय एक घंटा बढ़ाया गया है.