उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही की आशंका है। इसके चलते अलकनंदा और धौली गंगा उफान पर हैं। पानी के तेज बहाव में कई घरों के बहने की आशंका है। आस-पास के इलाके खाली कराए जा रहे हैं। लोगों से सुरक्षित इलाकों में पहुंचने की अपील की जा रही है। इस आपदा में कम से कम 150 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। पीएम मोदी भी पल-पल की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत घटनास्थल पर रवाना हो गए हैं। मौके पर रेसक्यू टीम भी पहुंच चुकी हैं। प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों के लिए सीएम ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है। जानें पल-पल की अपडेट्स:
ITBP की टीम वहां बचाव कार्य कर फंसे हुए लोगों को बचाने का काम कर रही है
ऋषिकेश से 13-14 किलोमीटर की दूरी पर तपोवन डैम है, जहां पर पानी इकट्ठा हुआ है। तपोवन डैम के सुरंग में काम चल रहा था जिसमें 20-25 लोग फंसे हुए हैं। ITBP की टीम वहां बचाव कार्य कर फंसे हुए लोगों को बचाने का काम कर रही है: डीजी ITBP सुरजीत सिंह देसवाल, उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने पर
ग्लेशियर वैज्ञानिकों की टीम सोमवार को जाएगी तपोवन
वाडिया इंस्टीट्यूट के तीन ग्लेशियर वैज्ञानिकों की टीम सोमवार सुबह तपोवन, जोशीमठ के लिए रवाना होगी। जो ग्लेशियर टूटा है, वहां पर वाडिया की रिसर्च साइट भी है।
9-10 शव हुए बरामद
ऐसा माना जा रहा है कि निर्माणस्थल पर करीब 100 वर्कर थे। जिनमें से 9-10 के शव नदी से मिले हैं। तलाशी अभियान जारी है। फिलहाल यहां 250 आईटीबीपी जवान बचाव कार्य में लगे हैं। भारतीय सेना की टीम भी जल्द ही पहुंच रही है: एसएस देसवाल, डीजी, आईटीबीपी
तपोवन डैम में बन रहे डैम में 20 वर्कर फंसे हैं: आईटीबीपी डीजी
तपोवन बांध में एक सुरंग बन रही थी, जहां करीब 20 वर्कर फंसे हैं। आईटीबीपी की टीम यहां बचाव कार्य कर रही है। लापता लोगों का पता लगाने के लिए हम एनटीपीसी की टीम से लगातार संपर्क में हैं: एसएस देसवाल, डीजी आईटीबीपी