दिल्ली कैंट, सराय रोहिल्ला, होलंबी कलां समेत कई छोटे रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में इजाफा होगा। इससे इन स्टेशनों पर रोजाना आवाजाही करने वाले करीब दो लाख से अधिक लोगों को फायदा पहुंचेगा। कुछ काम इस वर्ष पूरे होंगे तो कुछ अगले कुछ वर्षों में खत्म करने की तैयारी है।
उत्तर रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इन स्टेशनों के नजदीकी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुविधा देने के मकसद से जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं। बीते कुछ वर्षों में इन स्टेशनों पर यात्री संख्या व रेलगाड़ियां बढ़ने से ढांचागत सुविधाओं में इजाफा करने की जरूरत है।
दिल्ली कैंट : नया वातानुकूलित प्रतीक्षालय बनेगा
दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन के प्रथम तल पर प्रतीक्षालय (रेस्ट रूम) तैयार किया जाएगा। इसमें यात्रियों को आराम करने के लिए सिंगल बेड या कैप्सूल बेड होंगे। यह प्रतीक्षालय वातानुकूलित होगा। इसके अलावा भूतल पर स्थित प्रतीक्षालय में अब चौबीस घंटे खुलने वाले खान-पान के स्टॉल लगाए जाएंगे। यात्रियों को सामान रखने के लिए अब यहां लगेज की सुविधा भी मिलेगी। इस काम का टेंडर निकाला गया है। जल्द ही यह शुरू होगा। पिछले पांच सालों में यहां पांच जोड़ी ट्रेन बढ़ी हैं और एक जोड़ी नई ट्रेन का ठहराव बढ़ा है।
सराय रोहिल्ला : नया फुटओवर ब्रिज बनेगा
यहां लोगों की आवाजाही की सुविधा के लिए प्लेटफॉर्म नंबर एक को दो से और चार को पांच से जोड़ने के लिए नया फुटओवर ब्रिज बनेगा, जिससे लोगों की आवाजाही में आसानी होगी। बीते कुछ वर्षों में यहां करीब आधा दर्जन ट्रेनों की संख्या बढ़ी है, जिसके चलते अतिरिक्त ब्रिज बनाया जा रहा है। यह काम जून 2021 तक पूरा होने की उम्मीद है। पिछले पांच सालों में यहां छह जोड़ी ट्रेन बढ़ी हैं।
होलंबी कलां : पांच नए प्लेटफार्म बनेंगे
यहां पांच नए प्लेटफार्म बनेंगे। इसके अलावा यहां ट्रेन में रखरखाव का काम करने के लिए छह सिक लाइन बनाई जाएंगी। साथ ही दो वॉशिंग लाइन भी बढ़ाई जाएंगी, जिससे यहां से ट्रेन परिचालन में मदद मिलेगी। यह काम जारी है और अगले कुछ सालों के भीतर इसके पूरे होने की संभावना है। बीते कुछ वर्षों में यहां कई ट्रेन बढ़ी हैं।
ये भी विकसित होंगे
तिलक ब्रिज, सब्जी मंडी व ओखला रेलवे स्टेशनों को नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली व हजरत निजामुद्दन स्टेशनों का बोझ कम करने के लिए टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां प्लेटफार्म की संख्या बढ़ाई जाएगी। नई लाइनों को अन्य स्टेशनों से जोड़ा जाएगा। बैठने, आवाजाही के लिए रास्ते व पार्किंग की सुविधा बढ़ेगी।