मशहूर शायर मुनव्वर राणा की पुत्री फौजिया राणा ने बुधवार को डीएमसीएच पहुंचकर आधारपुर कांड की पीड़िता से मुलाकात की और उनका हाल जाना। मालूम हो कि घनश्यामपुर थाने के आधारपुर में गत 14 नवंबर को एक प्रेमी युगल के घर से भागकर शादी कर लेने के बाद लड़की के परिजनों ने लड़के की मां से दुर्व्यवहार किया था और मारपीट की थी। घायल लड़के की मां का इलाज डीएमसीएच में चल रहा है।
पीड़िता से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए फौजिया ने कहा कि पूरे देश में हो रही इस तरह की घटनाओं की मैं कड़े शब्दों में निंदा करती हूं। अफसोस की बात यह है कि आज इतनी जागरूकता होने के बावजूद अभी तक यहां की पुलिस सही कार्रवाई नहीं कर सकी है। यह घटना लड़का-लड़की की मर्जी से हुई होगी, फिर भी लड़के की मां के साथ इस तरह की घटना निंदनीय है। आश्चर्य की बात यह है कि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद स्थानीय विधायक ने अभी तक पीड़ित परिवार का हाल नहीं जाना है। पीड़ित परिवार का कहना है कि इस मामले में पुलिस ने अभी तक उनका बयान नहीं लिया है, आखिर इतनी सुस्ती क्यों? पुलिस की सुस्ती यह बताती है कि यह दमनकारी सरकार है। यह सरकार यूपी की नीति पर चल रही है।
फौजिया ने कहा कि आज महिलाओं के साथ हर जगह अन्याय हो रहा है लेकिन कहीं से आवाज नहीं उठ रही है। लेकिन यह आवाज दबने वाली नहीं है। केंद्र सरकार जो कहती है कि हम हिन्दू राष्ट्र बनाएंगे, वह पहले महिलाओं को सम्मान दे। यह मुद्दा रुकेगा नहीं। इसके लिए आवाज उठाई जाएगी। जरूरत पड़ेगी तो आंदोलन भी किया जाएगा। इस तरह की घटनाओं को यहां की सरकार ही बढ़ावा दे रही है। जब तक सख्ती नहीं होगी, इस तरह की घटनाएं नहीं रुकेंगी। सरकार अगर करवाई नहीं करती है तो महिलाओं को चाहिए कि वह सड़क पर उतरकर आंदोलन करे।
ये है पूरा मामला
बता दें कि घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के आधारपुर गांव में दीपावली की दोपहर प्रेम प्रसंग में भागी युवती के परिजनों ने आरोपी युवक के घर पहुंचकर जमकर उत्पात मचाया। घर में जमकर तोड़फोड़, मारपीट, लूटपाट की। इतने से मन नहीं भरा तो दिन दहाड़े घर की महिलाओं के साथ अशिष्ट व्यवहार कर जबर्दस्ती का प्रयास किया। परिजनों के विरोध तथा ग्रामीणों को जुटते देख आरोपी युवक की मां को जबरन घर से उठाकर राम टोला ले गये। वहां अगवा की गयी महिला के सिर के बाल को काटकर दबंगों ने एक अनुसूचित जाति के दिव्यांग के हाथों उसकी मांग में जबरन सिंदूर भरवाया। महिला को निर्वस्त्र करने की कोशिश भी की गयी। गांव के लोगों की जमा भीड़ में से किसी ने दबंगों से महिला को बचाने की कोशिश नहीं की। इस पूरे मामले को गांव में आपसी पंचायत के माध्यम से सुलझाने का प्रयास किया गया। मामला सोशल मीडिया पर आने के बाद घनश्यामपुर थाने तक पहुंच गया।
एसडीपीओ दिलीप कुमार झा ने बताया कि गांव की ही इंटर में पढ़ रही छात्रा से प्रेम प्रसंग का मामला चल रहा था। प्रेम प्रसंग का मामला आगे बढ़ने पर प्रेमी युगल घर से भाग गये। इस बीच लड़की पक्ष के परिजनों ने घनश्यामपुर थाने में प्रेमी लड़का सहित उसके परिजन पर अपहरण का मामला दर्ज कराया था। इसी बीच प्रेमी लड़के पर एफआईआर दर्ज होने की सूचना मिलने पर रचाई गई शादी का वीडियो वायरल कर लड़की से रजामंदी से शादी का प्रमाण सोशल मीडिया पर भेजना शुरू कर दिया। इसे देखते ही लड़की पक्ष ने आपा खो दिया और मानवता की सभी हदें पार कर दी।