नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज सत्रहवां दिन है।अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की ओर से ऐलान करते हुए सरदार वीएम सिंह ने कहा, ‘बाकी संगठन सरकार से बात करें न करें हम बातचीत के लिए तैयार हैं।उनका डेडलॉक है हमारा नहीं। सरकार हमसे बात करे।हमारी मुख्य मांग एमएसपी की गारंटी है।बाकी बातचीत में देखेंगे। ‘
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के नेता सरदार वीएम सिंह ने कहा, ‘हम एमएसपी पर आश्वासन चाहते हैं। हम इसके तहत अपनी उपज की खरीद की गारंटी चाहते हैं। एमएसपी गारंटी विधेयक लाने पर किसान लाभान्वित होंगे।’ उत्तर प्रदेश के किसान नेता डूंगर सिंह ने कहा कि हम आलू, गन्ना, अनाज, सब्जी और दूध समेत सभी उपज पर एमएसपी चाहते हैं।हम लिखित रूप ये यह गारंटी नहीं चाहते हैं।।लेकिन हम एमएसपी के लिए एक कानून चाहते हैं।
केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन को तेज करते हुए किसानों ने शनिवार को हरियाणा में कुछ टोल प्लाजा पर कब्जा कर लिया और अधिकारियों को यात्रियों से शुल्क की वसूली नहीं करने दी।आंदोलनकारी किसानों ने कहा था कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग के लिए दबाव बनाने के खातिर वे टोल प्लाजा पर एकत्रित होंगे।भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के 100 से अधिक किसान मल्कीत सिंह और मनीष चौधरी के नेतृत्व में अंबाला-हिसार राजमार्ग पर टोल प्लाजा पर इकट्ठे हुए।