दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले सहित अलग-अलग जगहों पर मचाये गए उत्पात के बाद बुधवार को 93 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, 200 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। उक्त मामले में उन किसान नेताओं के खिलाफ दिल्ली पुलिस की तरफ से एफआईआर दर्ज की गई है, जिन्होंने इस ट्रैक्टर रैली के लिए अनुमति मांगी थी। फिलहाल पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंपी जा रही है।
दरअसल दिल्ली पुलिस ने 37 शर्तों के साथ किसान नेताओं को ट्रैक्टर रैली निकालने की अनुमति दी थी, लेकिन मंगलवार को निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान सभी तय शर्तों की धज्जियां उड़ा दी गई। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। उन्होंने 300 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को चोटें पहुंचाईं। बैरिकेड्स, गाड़ियों और बसों में जमकर तोड़फोड़ भी की। इसके साथ ही लाल किले में घुसकर भी तोड़फोड़ की गई। इसके अलावा काफी सामान भी यहां से लूटा गया है। इस प्रदर्शन के दौरान 200 से ज्यादा लोगों को उत्पात मचाते समय पकड़ा गया है। सत्यापन के बाद पुलिस उनकी गिरफ्तारी की तैयारी कर रही है।
क्राइम ब्रांच करेगी मामले की जांच
जानकारी के मुताबिक दिल्ली के अलग-अलग थानों में दर्ज की गई 22 एफआईआर की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंपी जा रही है। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर यह मामला जल्द ही क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया जाएगा। दिल्ली पुलिस द्वारा आईपी स्टेट, बाबा हरिदास नगर, नजफगढ़, उत्तम नगर, गाजीपुर, पांडव नगर, बुराड़ी, कोतवाली, ज्योति नगर, आदर्श नगर, मॉडल टाउन, अलीपुर, भलस्वा डेरी, समय पुर बादली, स्वरूप नगर, सीमापुरी, कीर्ति नगर और पंजाबी बाग में एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें अभी तक 200 से ज्यादा प्रदर्शनकारी हिरासत में लिये जा चुके हैं। वहीं अन्य आरोपितों की पहचान के लिए जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
किसान नेताओं पर भी हुई एफआईआर
दिल्ली पुलिस की तरफ से मंगलवार को हुई इस घटना को लेकर अब तक कुल 22 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें किसान नेताओं का नाम भी शामिल है, क्योंकि उन्होंने पुलिस के तय किए गए नियमों का पालन करने का आश्वासन दिया था, लेकिन ट्रैक्टर रैली के दौरान इन सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। इसे लेकर उत्तरी रेंज पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है, उनमें किसान नेताओं के नाम भी शामिल किए गये हैं। फिलहाल पुलिस ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि किन किसान नेताओं को आरोपित बनाया गया है। वहीं सूत्रों की मानें तो ट्रैक्टर रैली के लिए अनुमति मांगने वाले अधिकांश नेताओं के नाम उक्त एफआईआर में आरोपित के तौर पर रखे गए हैं।