किसानों ने शनिवार को देशभर में चक्का जाम का एलान किया है. हालाँकि इससे दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को बाहर रखा गया है ताकि गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान जिस तरह की हिंसा हुई, वो न दोहराई जाए.
इस दौरान एंबुलेंस और स्कूल बस जैसी आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा. चक्का जाम दोपहर 12 बजे शुरू होगा और तीन बजे ख़त्म किया जाएगा.
इन तीन राज्यों को छोड़कर बाकी के देश में “पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक” आंदोलन हो इसके लिए संयुक्त किसान मोर्च ने सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं. इसमें किसी सरकारी अधिकारी या आम जनता के साथ किसी भी प्रकार के संघर्ष में नहीं शामिल होने की ख़ास अपील की गई है.
संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को कहा, “दिल्ली के भीतर चक्का जाम नहीं होगा, क्योंकि यहाँ सभी प्रदर्शन स्थल पहले से ही चक्का जाम के मोड में हैं. दिल्ली में जाम नहीं लगेगा, यहाँ एंट्री के सभी मार्ग खुले रहेंगे. केवल वही मार्ग बंद रहेंगे, जहाँ किसानों का प्रदर्शन चल रहा है.”
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत जो उत्तर प्रदेश में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं और तराई किसान संगठन जिसमें बड़ी संख्या में उत्तराखंड के प्रदर्शनकारी किसान शामिल हैं, ने कहा कि इन दो राज्यों में चक्का जाम का आह्वान वापस ले लिया गया है.