जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू के पास प्रदेश में निर्णायक ताकत पहले भी थी और आगे भी रहेगी, इसमें किसी को कोई संदेह नहीं रहना चाहिए। जदयू का संगठन हर पार्टी से अधिक मजबूत है। हर बूथ तक हमारी मजबूत उपस्थिति है।
हमारे कार्यकर्ता भी पार्टी के विचारों के प्रति निष्ठा रखते हुए दिन-रात काम में लगे रहते हैं। बस जरूरत इस बात की है कि हमलोग विपक्ष के दुष्प्रचार और अफवाहों का जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहें। साथ ही नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए विकास-कार्यों को भी नीचे तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ें। सिंह ने ये बातें जदयू मुख्यालय में पार्टी संगठन को लेकर शनिवार को लगातार दूसरे दिन की बैठक में कही।
उन्होंने सभी क्षेत्रीय प्रभारियों से कहा कि संगठन एवं चुनाव के कार्यों पर एक साथ ध्यान रखें। प्रत्येक जिले में इसका ख्याल रखें कि पार्टी के प्रति समर्पित कोई साथी सम्मान और योग्यता के अनुरूप स्थान पाने से वंचित न हो। पिछले चुनाव में मिले अनुभवों को ध्यान में रखकर पार्टी संगठन को अभी से चुनावी रणनीति पर भी नज़र रखनी होगी। उन्होंने सभी प्रभारियों को निर्देश दिया कि शीघ्र ही लोकसभा प्रभारियों एवं विधानसभा प्रभारियों के चयन को अंतिम रूप दें। इन प्रभारियों के लिए भी नामों का पैनल तैयार होगा।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, पूर्व विधानपार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, ललन सर्राफ, राष्ट्रीय सचिव रवीन्द्र सिंह, प्रदेश महासचिव डॉ. नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, चंदन कुमार सिंह, कामाख्या नारायण सिंह, परमहंस, अरुण कुमार सिंह, मृत्युंजय सिंह, डॉ. सुहेली मेहता, जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप, क्षेत्रीय संगठन प्रभारी सुनील कुमार, विपिन कुमार यादव, अशोक कुमार बादल, अरुण कुशवाहा, पंचम श्रीवास्तव एवं आसिफ कमाल शामिल रहे।
सभी 40 लोस क्षेत्रों के लिए बनेंगे जदयू प्रभारी
बैठक में एक ओर संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के लिए सभी जिलों में सुयोग्य लोगों को चिह्नित किया गया तो दूसरी ओर आगामी लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर लोकसभा प्रभारियों एवं विधानसभा प्रभारियों के चयन की प्रक्रिया शुरू की गई। जदयू में पहले से विधानसभा प्रभारी होते थे लेकिन अब सभी 40 लोकसभा क्षेत्रों के लिए भी लोकसभा प्रभारी बनाने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर शीघ्र ही मुख्यालय में एक अलग सेल गठित किया जाएगा। इसके लिए पैनल भी तैयार कर लिया गया है। सेल की इकाई हर जिले में भी बनेगी।