जयपुर, 2 नवंबर 2024, शनिवार। राजस्थान पुलिस विभाग में हाल ही में एक ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। इस क्लिप में सीओ और एसएचओ के बीच कथित धन संग्रहण की चर्चा है, जिसमें आरोप है कि एसपी के विदाई समारोह में एक महंगा गिफ्ट जुटाने के लिए 3.75 लाख रुपये का कलेक्शन किया गया था। हालांकि, एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बाद में यह राशि लौटा दी थी। इस घटना के बाद, राजस्थान पुलिस विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) देवेंद्र शर्मा और एसपी के पीए सुरेंद्र सिंह का तबादला कर दिया है। यह कार्रवाई पुलिस विभाग की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का संकेत है।
ये है पूरा मामला
राजस्थान पुलिस विभाग में एक ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद बड़ा बदलाव हुआ है। इस क्लिप में कथित तौर पर जिले के सीओ और एसएचओ से महंगे गिफ्ट के लिए धन संग्रहण की चर्चा हो रही थी, जिसमें एएसपी देवेंद्र शर्मा का नाम सामने आया था। इसके बाद विभाग ने एएसपी देवेंद्र शर्मा का तबादला कर दिया और उन्हें आरएसी की पहली बटालियन, जोधपुर में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर भेज दिया गया है। यह बदलाव 19 जुलाई को प्रकाशित समाचार के बाद हुआ है, जिसमें इस ऑडियो कांड का खुलासा हुआ था।
ऑडियो कांड सामने आने के अगले ही दिन एसपी के पीए सुरेंद्र सिंह को बीकानेर रेंज में भेज दिया गया था। पीए सुरेंद्र सिंह पर विभाग की ओर से कलेक्शन में भूमिका का आरोप लगा है। विभागीय जांच एएसपी अमर सिंह चंपावत को सौंपी गई है, जो कि इस मामले की गंभीरता से छानबीन कर रहे हैं।
राजस्थान पुलिस विभाग में ऑडियो कांड और धन संग्रहण की चर्चा ने पूरे पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बना दिया है। इस मामले में विभागीय कार्रवाई आगे किस दिशा में जाती है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। विभागीय कार्रवाई के परिणामस्वरूप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) देवेंद्र शर्मा का तबादला आरएसी की पहली बटालियन, जोधपुर में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर कर दिया गया है। इसके अलावा, एसपी के पीए सुरेंद्र सिंह का भी तबादला किया गया है।
इस घटना से पुलिस महकमे की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है। पुलिस विभाग की विश्वसनीयता और निष्पक्षता पर सवाल उठ सकते हैं। इसके अलावा, यह घटना पुलिस अधिकारियों के बीच भी असंतोष पैदा कर सकती है और उनके काम की गुणवत्ता पर प्रभाव डाल सकती है। हालांकि, यह भी देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस विभाग इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करता है और क्या वे इस घटना से सबक लेते हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाते हैं।