मुंबई, 14 अक्टूबर 2024, सोमवार। मुंबई में NCP नेता पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल चौथा आरोपी पंजाब का निकला। यह आरोपी मोहम्मद जीशान अख्तर है। वह जालंधर में नकोदर के शंकर गांव का रहने वाला है। जालंधर की रुरल पुलिस ने साल 2022 में इसे ऑर्गेनाइज्ड क्राइम, मर्डर और डकैती के केस में गिरफ्तार किया था। बाबा सिद्दीकी की हत्या 3 शूटरों ने की। इनमें गुरमेल सिंह हरियाणा में कैथल जिले के गांव नरड़ का रहने वाला है। बाकी 2 शूटर उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रहने वाले हैं। इनमें से हरियाणा के गुरमेल और दूसरे शूटर धर्मराज को गिरफ्तार किया जा चुका है। तीसरा शूटर शिवकुमार अभी फरार है। बाबा सिद्दीकी की हत्या में वांछित चौथा बदमाश जीशान अख्तर कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का गुर्गा है। पंजाब के जालंधर निवासी इस बदमाश को ही लॉरेंस ने छह महीने पहले बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी दी थी। उस समय यह दोनों बदमाश पंजाब की पटियाला जेल में बंद थे। जेल से छूटने के बाद जीशान ने तीन शूटर हॉयर किए और चार महीने की तैयारी के बाद अब इस वारदात को अंजाम दिया है। पंजाब के रहने वाले ज़ीशान अख्तर के बारे में बताया जा रहा है कि इसका असली नाम मोहम्मद यासिन अख्तर है। लोग इसे जुल्मी उर्फ जेसी उर्फ जस्सी उर्फ सिकंदर के नाम से भी जानते हैं। जीशान के गैंग में 22 से ज्यादा मेम्बर हैं। मर्डर, डकैती, फिरौती समेत इसपर 7 मुकदमें दर्ज हैं। 2022 में ये हत्या के केस में गिरफ्तार हुआ था, इसके बाद पटिलाया जेल में उसकी लॉरेंस गैंग के सदस्यों से मुलाकात हुई थी।
जालंधर पुलिस के मुताबिक जीशान को साल 2022 में हत्या और फिरौती के मामले में जब अरेस्ट किया गया, तो उस समय यह बदमाश एक विदेशी नंबर पर वॉट्सऐप चला रहा था। इसने मुश्किल से 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। इसके पिता मुहम्मद जमील और उसके भाई टाइल ठेकेदार हैं। पुलिस के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई के करीबी विक्रम बराड़ ने साल 2021 में जालंधर की ड्रग्स माफिया रानो से फिरौती मांगी थी। वहीं जब रानो ने फिरौती देने से मना किया तो विक्रम बराड़ ने 3 सितंबर 2021 को जीशान अख्तर, अंकुश पाइया, विशाल सभरवाल, कपूरथला का रोहित और बॉबी को भेजकर रानो के घर पर फायरिंग कराई थी। इसी मामले में वह अरेस्ट होकर जेल भी गया था। पुलिस सूत्रों के जेल से छूटने के बाद जीशान सबसे पहले हरियाणा के कैथल में गुरमेल के घर गया था। वहां से भी ये दोनों मुंबई चले गए थे। बताया जा रहा है कि मुंबई में किराए पर घर समेत दूसरे लॉजिस्टिक का इंतज़ाम ज़ीशान ने ही किया था।
महज 21 साल के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। इनमें मर्डर, लूट और डकैती के अलावा फिरौती के मामले शामिल हैं। जालंधन पुलिस के मुताबिक तीन चार साल पहले जीशान के पिता की दुकान पर काम करने वाले एक युवक ने फोन चोरी कर बाजार में बेच दिया था। उसके पिता को जब पता चला तो उसने आरोपी को खूब डांट लगाई थी। इसके बाद आरोपी ने अपने साथियों के साथ आकर जीशान के पिता से मारपीट की और दाढ़ी नोच लिया था। पुलिस के मुताबिक पिता की इस तरह से बेइज्जती का बदला लेने के लिए इस बदमाश ने साल 2019 में अपराध नगरी में कदम रखा। इसी दौरान सोशल मीडिया के जरिए उसकी मुलाकात विक्रम बराड़ से हुई थी। विक्रम बराड़ के ही कहने पर जीशान ने पहला मर्डर तरनतारन में किया था। इस बदमाश 9 साल की उम्र में ही महाराष्ट्र के जिला बीड़ स्थित मदरसे में रहकर डेढ़ साल तक अरबी, फारसी और उर्दू की पढ़ाई की थी। इसके बाद वह यूपी के बिजनौर स्थित मदरसे में पढ़ाई के लिए आ गया। यहां भी डेढ़ साल रहने के बाद वह गांव वापस लौटा और छठीं कक्षा में प्रवेश लिया। इसके बाद वह 10वीं तक पढ़ाई की और फिर पिता के ही साथ टाइल के काम में लग गया था।
जीशान अख्तर फिलहाल मुंबई में कहीं छिपा हुआ है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। इस मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने भी कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है और मामले की गहन जांच जारी है। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से पूरे देश में हलचल मची हुई है और अब इस मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक चौथे आरोपी मोहम्मद जीशान अख्तर, बाबा की हत्या करने के लिए बाकी तीनों शूटर्स को बाहर से डायरेक्शन दे रहा था। जब निर्मल नगर में कोल गेट मैदान के सामने बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर खड़े थे, तो उस समय उन तीनों शूटर्स को हत्याकांड का ये चौथा आरोपी मोहम्मद जीशान अख्तर बाहर से उनकी लोकेशन के बारे में तीनों शूटर्स को जानकारी दे रहा था। हत्याकांड के बाद दो आरोपियों को तो तुरंत ही गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि तीसरा आरोपी शिवकुमार भी अभी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। चौथा आरोपी जिसकी पहचान मोहम्मद जीशान अख्तर के रूप में हुई।
बता दें, शनिवार (12 अक्टूबर) की रात को अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रात 9:30 बजे बाबा सिद्दीकी अपने दफ्तर से घर के लिए निकले ही थी कि तभी कार से आए तीन शूटरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। फायरिंग के तुरंत बाद ही बाबा सिद्दीकी को मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उन्होंने अपनी आखिरी सांसें लीं थी। इस हमले में बाबा सिद्दीकी को पेट में दो गोली लगी थी और एक गोली उनके सीने में लगी थी।