अदब और तहजीब वाले शहर में ‘हिंदुत्व का अलख’ जगाने सड़कों पर उतरे युवा
लखनऊ, 1 अक्टूबर। नवाब, नजाकत, कबाब या चिकनकारी का जिक्र हो तो जनाब समझ जाइए कि महफिल लखनऊ की ही है। ‘नवाबों का शहर’ लखनऊ अपने आप में सम्पूर्ण है और यहां आपको नवाबी, नजाकत और खाने के अलावा साहित्य, संस्कृति और वास्तुकला भी देखने को मिलती है। यह शहर पर्यटकों को इस तरह रंग देता है कि वहां से जाने वाले हर पर्यटक लखनवी लहजा साथ लेकर ही जाता है। तो वहीं, जाति में बंटे हिंदुत्व को एक सूत्र में पिरोने के लिए अदब और तहजीब वाले शहर से नई पहल की शुरुआत हो चुकी है। जाति में बंटे हिंदुत्व की अलख जगाने युवा सड़कों पर उतर आए हैं।
दरसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब सुर्खियां बटोर रही है। बताया जा रहा ये वीडियो लखनऊ की है। वीडियो में युवाओं का समूह भगवा साफा बांधे हुए सड़कों पर नारेबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं। उत्साही युवा ‘जात पात की करो विदाई, हिंदू हिंदू भाई-भाई’ के नारे लगा रहे हैं। नारे लगा रहे हिन्दू संगठन के युवाओं का मानना है कि अगर वास्तव में ऐसा होता है तो हिंदुओं और सनातन का भविष्य उज्ज्वल है। भारत विश्व गुरु बनेगा। युवाओं ने कहा कि आपसी जातिवाद व भेदभाव में उलझे रहे, तो जो पाकिस्तान, कश्मीर, बांग्लादेश ओर बंगाल में हो रहा है वो कल आपके साथ भी होगा। जब जान ही नहीं बचेगी तो जाति का क्या होगा ? युवाओं ने अपील की, आपके असली दुश्मन को पहचानिए जो राजनीतिज्ञ, चादर, फादर और जेहादी भाई के रूप में भेष बदलकर हमें मिटाने हेतु जाल बिछाए हुए है।
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