वाराणसी, 3 अप्रैल 2025, गुरुवार। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को वाराणसी पहुंचे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित दौरे से पहले तैयारियों का जायजा लिया। गुरुवार को सर्किट हाउस में आयोजित एक बैठक में सीएम ने अधिकारियों के साथ चर्चा की। इस दौरान जल जीवन मिशन के चीफ इंजीनियर से पेयजल कनेक्शन की प्रगति के बारे में पूछा गया। जवाब में इंजीनियर के इधर-उधर झांकने पर योगी का पारा चढ़ गया। उन्होंने सख्त लहजे में फटकार लगाते हुए कहा, “आप लोगों को अपने काम की कोई जानकारी ही नहीं है। अगली बार पूरी रिपोर्ट लेकर आएं।” यह वाकया बैठक में मौजूद सभी के लिए सबक बन गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अप्रैल को वाराणसी आने वाले हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए योगी दोपहर तीन बजे मेहंदीगंज-हरपुर क्षेत्र में उस स्थान पर पहुंचे, जहां पीएम की जनसभा प्रस्तावित है। वहां उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण किया। इसके बाद सीएम ने गुरुधाम में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखी, जो काशी की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को और समृद्ध करने की दिशा में एक कदम है।

योगी का दौरा यहीं खत्म नहीं हुआ। उन्होंने उन तमाम परियोजनाओं का जायजा लिया, जिनका पीएम मोदी लोकार्पण और शिलान्यास करने वाले हैं। इसके बाद उन्होंने कालभैरव और काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद लिया। काशी की पवित्र भूमि पर यह दौरा न सिर्फ प्रशासनिक तैयारियों का हिस्सा था, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा से भी जुड़ा रहा।

सूत्रों की मानें तो पीएम मोदी अपने दौरे में वाराणसी को करीब 2250 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दे सकते हैं। इनमें एयरपोर्ट, रेलवे, नगर निगम, लोक निर्माण, सेतु निगम, प्राधिकरण के साथ-साथ बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग से जुड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं। योगी का यह दौरा न केवल पीएम के स्वागत की तैयारियों को पुख्ता करने का प्रयास था, बल्कि अधिकारियों को भी यह संदेश दे गया कि काशी के विकास में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

कुल मिलाकर, सीएम योगी का यह वाराणसी दौरा तैयारियों, फटकार और आस्था का एक रोचक संगम बन गया। अब सबकी निगाहें 11 अप्रैल पर टिकी हैं, जब पीएम मोदी काशी को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाली परियोजनाओं का तोहफा देंगे।
