लखनऊ, 8 फरवरी 2025, शनिवार। अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने प्रचंड जीत हासिल की है। भाजपा ने इस सीट पर 65 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। ये बड़ी जीत अयोध्यवासियों की तरह से सीएम योगी को तोहफा माना जा रहा है, जो कसर लोकसभा चुनाव में रह गया था। बीजेपी नेताओं का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने राम का अपमान किया तो जनता ने उसका बदला ले लिया है। दूसरी ओर, अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर समाजवादी पार्टी को मिली करारी हार के बाद पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने हार तो मान ली, लेकिन बीजेपी को चेतवानी भी दे डाली कि 2027 में वह 403 सीटों पर चार सौ बीसी नहीं कर पायेगी।
अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर में धांधली का इशारा करते हुए कहा कि एक सीट पर तो संभव है, लेकिन प्रदेश की सभी सीटों पर चुनावी तंत्र का दुरूपयोग नहीं हो सकता। इस हार को उन्होंने पीडीए से भी जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि 90 परसेंट पीडीए की जनता ने धांधली देखी है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों ने इस धांधली में साथ दिया है, उन्हें नहीं मालूम है कि आने वाले दिनों में उनकी नौकरी तो जाएगी ही, सैलरी और पेंशन भी नहीं मिलेगी।
अधिकारियों को दी चेतावनी
अखिलेश ने कहा कि जिन अधिकारियों ने चुनावी घपलेबाजी का अपराध किया है, वो आज नहीं तो कल अपने लोकतांत्रिक अपराध की सज़ा पाएंगे। एक-एक करके सबका सच सामने आएगा। न कुदरत उन्हें बख्शेगी, न कानून। भाजपा वाले उनका इस्तेमाल करके छोड़ देंगे, उनकी ढाल नहीं बनेंगे। जब उनकी नौकरी और पेंशन जाएगी, तो वो अपने बच्चों, परिवार और समाज के बीच अपमान की जिंदगी की सज़ा अकेले भुगतेंगे। लोकसभा चुनावों में अयोध्या में हुई पीडीए की सच्ची जीत, उनके मिल्कीपुर के विधानसभा की झूठी जीत पर कई गुना भारी है और हमेशा रहेगी।
नहीं बचा पाए अपना बूथ
2024 लोकसभा चुनाव में इसी विधानसभा सीट पर भाजपा सपा से 7 हजार वोटों से हार गई थी। मिल्कीपुर से सपा नेता अजीत प्रसाद इनायत नगर स्थित अपना ही बूथ हार चुके हैं। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने बीजेपी के प्रचंड बढ़त को सरकारी जीत बताया है। बीजेपी की जीत पर मिल्कीपुर के लोगों का कहना है कि हमने विकास के मुद्दों पर वोट डाला था। लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार पर हम सबकी बदनामी हुई थी। हमने इसी का बदला इस चुनाव में लिया है।
मिल्कीपुर में क्यों हुआ उपचुनाव
मालूम हो कि मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद समाजवादी पार्टी के विधायक थे। 2024 लोकसभा चुनाव में सपा ने उन्हें लोकसभा चुनाव लड़वाया था। अवधेश ने यहां से जीत हासिल की और वो सांसद बन गए। तबसे यह सीट खाली थी। मिल्कीपुर में दिसंबर में उपचुनाव होना था लेकिन बीजेपी नेता गोरखनाथ ने अवधेश प्रसाद के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर रखी थी, इस वजह से नहीं हुआ।