लखनऊ, 20 मई 2025, मंगलवार। उत्तर प्रदेश के कासगंज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक सरकारी कार्यक्रम में जोरदार भाषण देते हुए केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों का बखान किया। इस दौरान उन्होंने कासगंज को 724 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का तोहफा दिया और भारतीय सेना की ताकत का जिक्र करते हुए पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला।
सेना की ताकत, पाकिस्तान की हार
सीएम योगी ने भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा, “हमारी सेना ने पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर मारा और चारों खाने चित कर दिया।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में सेना के सशक्तिकरण पर जोर दिया। योगी ने गर्व से कहा, “वर्दी की कीमत क्या होती है, यह आपने पाकिस्तान की कमर तोड़ते हुए देखा। अगर कोई हमारे एक नागरिक को छेड़ेगा, तो उसे जूझना पड़ेगा।” उन्होंने दावा किया कि आज पाकिस्तान दुनिया के सामने गुहार लगा रहा है, लेकिन भारत की ताकतवर सेना के आगे उसकी एक न चली।
कासगंज का विकास, योगी का वादा
मुख्यमंत्री ने कासगंज को मिली 724 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लिए जनता का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह विकास कार्य क्षेत्र की तस्वीर बदल देंगे। योगी ने बीते समय की सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा, “2017 से पहले हर तीसरे दिन दंगे होते थे। लोग डर में जीते थे। पहले की सरकारें गुंडों के साथ मिलकर अराजकता फैलाती थीं, सज्जनों को सताती थीं और दुर्जनों का साथ देती थीं।”
पुलिस बनी माफिया का काल
योगी ने समाजवादी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकारों पर कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “पहले कासगंज में न पुलिस के लिए भवन था, न डीएम-एसपी के लिए जगह। शाम होते ही उपद्रवी तांडव मचाते थे, बेटियां असुरक्षित थीं, त्योहारों से पहले दंगे भड़कते थे।” लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। सीएम ने दावा किया, “आज पुलिस माफिया का काल बन चुकी है। माफिया जानता है कि अगर उसने किसी को परेशान किया, तो अगले चौराहे पर उसका ‘रामनाम सत्य’ हो जाएगा।”
‘भारत माता के जवान, देश की शान’
मुख्यमंत्री ने भारतीय सेना को देश की रीढ़ बताते हुए कहा, “अगर भारत माता के पास बहादुर जवानों की फौज न होती, तो जनमानस की सुरक्षा कैसे होती?” योगी के इस जोशीले भाषण ने कासगंज की जनता में उत्साह भरा और विकास के साथ-साथ सुरक्षा के प्रति सरकार के संकल्प को रेखांकित किया।
कासगंज में योगी का यह संबोधन न केवल विकास का आलम बयां करता है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के प्रति उनकी सरकार की दृढ़ता को भी उजागर करता है।