लखनऊ, 15 जून 2025, रविवार। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को लखनऊ के वृंदावन योजना, सेक्टर 18 स्थित डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आयोजित एक भव्य समारोह में 60,244 नवनियुक्त पुलिस कार्मिकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस ऐतिहासिक आयोजन में अपने संबोधन में शाह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पारदर्शी और समावेशी भर्ती प्रक्रिया की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस ने निष्पक्ष और योग्यता आधारित भर्ती प्रक्रिया के जरिए हर जाति, जिले और तहसील के युवाओं को अवसर प्रदान कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

पारदर्शी भर्ती, न रिश्वत, न सिफारिश
शाह ने जोर देकर कहा कि इन 60,244 नियुक्तियों में न खर्च, न पर्ची, न सिफारिश और न ही जाति के आधार पर कोई भेदभाव हुआ। उन्होंने दावा किया कि किसी भी नवनियुक्त कार्मिक को एक पाई की रिश्वत नहीं देनी पड़ी, जो योगी सरकार की पारदर्शिता का जीवंत प्रमाण है। तकनीक के उपयोग, जैसे कैमरे, कंट्रोल रूम, कमांड सेंटर, पीसीआर वैन और 150 से अधिक ऑन-व्हील फॉरेंसिक साइंस लैब वैन ने इस प्रक्रिया को और मजबूत किया।
यूपी पुलिस : देश का सबसे बड़ा पुलिसबल
अमित शाह ने उत्तर प्रदेश पुलिस को देश का सबसे बड़ा पुलिसबल बताते हुए कहा कि आज 60,244 युवा इसके अभिन्न अंग बन रहे हैं। इनमें 12,000 से अधिक महिलाएं शामिल हैं, जिनके लिए आरक्षित पदों का शत-प्रतिशत लाभ सुनिश्चित किया गया। शाह ने इसे योगी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि करार दिया। उन्होंने नवनियुक्त कार्मिकों से कहा कि यह उनके जीवन का सबसे शुभ दिन है और उन्हें गर्व करना चाहिए कि वे चार लाख सदस्यों वाले इस बल का हिस्सा बन रहे हैं।

दंगामुक्त यूपी, कानून व्यवस्था में सुधार
शाह ने 2017 के बाद उत्तर प्रदेश में आए बदलावों की चर्चा करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी दंगामुक्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि पहले प्रदेश में गुंडों का फरमान चलता था, लेकिन अब कानून का राज स्थापित हो चुका है। योगी सरकार ने औद्योगिक विकास, शिक्षा, बुनियादी ढांचा, बिजली और नल से जल जैसी योजनाओं के जरिए एक परिवर्तनकारी युग की शुरुआत की है। शाह ने नवनियुक्त कार्मिकों से इस परंपरा को और मजबूत करने का आह्वान किया।
नक्सलवाद और आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस
गृहमंत्री ने नक्सलवाद और आतंकवाद के खिलाफ केंद्र सरकार की सख्त नीति की चर्चा की। उन्होंने कहा कि 11 राज्यों में फैला नक्सलवाद अब केवल तीन जिलों तक सीमित है और 31 मार्च 2026 तक भारत पूरी तरह नक्सलवाद मुक्त हो जाएगा। आतंकवाद के खिलाफ भी कड़ा रुख अपनाते हुए भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। शाह ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना ने आतंकियों के मुख्यालयों को चूर-चूर कर दिया।

न्याय प्रणाली में सुधार का वादा
शाह ने नए कानूनों—भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य संहिता—का जिक्र करते हुए कहा कि अगले पांच वर्षों में ऐसी व्यवस्था बनेगी, जिसमें एफआईआर से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक का न्याय तीन साल में मिलेगा। सीसीटीएनएस, आईसीजेएस और फॉरेंसिक साइंस जैसी तकनीकों ने पुलिस व्यवस्था को और सशक्त किया है।
यूपी पुलिस को मसीहा बनने का आह्वान
शाह ने नवनियुक्त कार्मिकों से सुरक्षा, सेवा और संवेदनशीलता के मंत्र के साथ काम करने को कहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि यूपी पुलिस का डर गुंडों और माफियाओं पर होना चाहिए, लेकिन गरीब, पिछड़े और आदिवासी समुदायों के लिए पुलिस को मसीहा के रूप में दिखना चाहिए। उन्होंने अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा, काशी में विश्वनाथ धाम के पुनरुद्धार और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर शिव शक्ति स्थल जैसे भारत की सांस्कृतिक उपलब्धियों का भी जिक्र किया।

देश का सबसे बड़ा नियुक्ति पत्र वितरण समारोह
इस समारोह में अमित शाह ने सत्यम नायक, शालिनी शाक्य, शिल्पा सिंह सहित 15 नवनियुक्त आरक्षियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव, डीजीपी और सभी 75 जनपदों के 60,244 नवनियुक्त आरक्षी मौजूद रहे।
अमित शाह ने अंत में योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनकी नीतियों ने यूपी पुलिस को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उन्होंने नवनियुक्त कार्मिकों से अमृत काल में यूपी और भारत के विकास में योगदान देने का आह्वान किया।