लखनऊ, 29 मई 2025, गुरुवार। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में लगातार तबादलों का सिलसिला जारी है। यूपी पुलिस में फेरबदल हुआ है। योगी सरकार ने पांच आईपीएस अफसरों का तबादला किया है। पांच अधिकारियों में से एक को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए कार्यमुक्त भी किया गया है।
संजीव त्यागी: 18 दिन में दोहरा ड्रामा
संजीव त्यागी, जिनका नाम विवादों के साथ-साथ चर्चाओं में भी गूंजता रहा है, 18 दिन में दूसरी बार तबादले की सुर्खियों में हैं। पहले उन्हें आगरा के एडिशनल कमिश्नर से लखनऊ में DIG कारागार बनाया गया, और अब बस्ती रेंज की कमान उनके हाथों में सौंपी गई है। लेकिन, संजीव की कहानी सिर्फ तबादलों तक सीमित नहीं है। 2010 बैच के इस गाजियाबाद के मोरटा गांव के सपूत का जीवन उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। 2020 में बिजनौर से प्रतापगढ़ SP बनाए गए, लेकिन थानेदारों के तबादलों पर विवाद ने उन्हें लखनऊ वापस बुला लिया। सात महीने DGP ऑफिस में अटैच रहने के बाद उन्हें कानपुर में अपर पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी मिली। लेकिन सबसे दर्दनाक मोड़ 2017 का था, जब उनके पिता ईश्वर चंद त्यागी की गाजियाबाद में गोली मारकर हत्या कर दी गई, और इस मामले में उनके भाई अनुज पर ही आरोप लगा। संजीव की जिंदगी किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं!
शिवासिंप्पी चनप्पा: कुंभ के हीरो, अब गोरखपुर के सितारे
शिवासिंप्पी चनप्पा, जिनकी तेज-तर्रार छवि हर किसी को चौंकाती है, को कुंभ में शानदार काम का इनाम मिला है। अब वे गोरखपुर रेंज के DIG बनाए गए हैं। 2021 में हाथरस के SP, फिर लखनऊ में DCP नॉर्थ और बाद में वाराणसी में अपर पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी संभाल चुके चनप्पा की रफ्तार किसी रेसिंग कार से कम नहीं। उनकी मेहनत और कर्तव्यनिष्ठा ने उन्हें योगी सरकार की नजरों में चमकदार सितारा बना दिया है।
आनंद कुलकर्णी: तेज-तर्रार योद्धा की नई पारी
2008 बैच के IPS आनंद कुलकर्णी की गिनती उन अफसरों में होती है, जो हर चुनौती को मौके में बदल देते हैं। महाराष्ट्र के बीड जिले से ताल्लुक रखने वाले आनंद ने 2009 में गोरखपुर से अपने करियर की शुरुआत की थी। वाराणसी, प्रयागराज, आजमगढ़, बस्ती, बाराबंकी जैसे कई जिलों में SP रहते हुए उन्होंने अपनी छाप छोड़ी। गोरखपुर रेंज के DIG के तौर पर 1 साल 5 महीने तक शानदार काम करने के बाद अब उन्हें लखनऊ में DIG तकनीकी सेवाएं बनाया गया है। आनंद की कहानी मेहनत, लगन और नेतृत्व की मिसाल है।
दिनेश कुमार पी.: दिल्ली की राह पर तमिलनाडु का सितारा
2009 बैच के IPS दिनेश कुमार पी. की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं। तमिलनाडु के सेलम जिले के इस बीएससी एग्रीकल्चर ग्रेजुएट ने 14 साल के करियर में 20 से ज्यादा तबादले देखे हैं। सहारनपुर, गोरखपुर, झांसी जैसे कई जिलों में SP रह चुके दिनेश को हाल ही में बस्ती रेंज का DIG बनाया गया था। लेकिन अब योगी सरकार ने उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए दिल्ली भेजने का फैसला किया है। उनकी मेहनत और अनुभव उन्हें दिल्ली में नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा, इसमें कोई शक नहीं!
शिवहरि मीणा: गांव से UPSC तक का प्रेरणादायक सफर
शिवहरि मीणा, 2010 बैच के IPS, जिनका नाम फील्ड वर्क में गूंजता है, 24 दिन में दूसरी बार तबादले की खबरों में हैं। पहले नोएडा के अपर पुलिस आयुक्त से DIG तकनीकी सेवाएं, लखनऊ बनाए गए, और अब वाराणसी में ACP (लॉ एंड ऑर्डर) की जिम्मेदारी दी गई है। राजस्थान के दौसा जिले के गढ़ी मोजपुर गांव से ताल्लुक रखने वाले शिवहरि की कहानी किसी प्रेरणादायक फिल्म से कम नहीं। गांव के सरकारी स्कूल से पढ़ाई शुरू की, कोटा में बीए और एमए किया, और चौथे प्रयास में UPSC क्रैक कर IPS बन गए। झांसी, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर जैसे कई जिलों में SP रह चुके शिवहरि की मेहनत और जुनून उनकी पहचान है।
पिछले एक महीने में 31 IPS तबादले और DGP का रिटायरमेंट
पिछले एक महीने में योगी सरकार ने 31 IPS अफसरों के तबादले कर पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है। वहीं, DGP प्रशांत कुमार 31 मई को रिटायर होने वाले हैं, जिसके बाद नई नियुक्तियों और बदलावों की चर्चा और तेज हो गई है। यह तबादले सिर्फ प्रशासनिक बदलाव नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। यह कहानी न सिर्फ तबादलों की है, बल्कि उन अफसरों की है, जिनके जुनून, मेहनत और चुनौतियों ने उन्हें पुलिस सेवा का सच्चा हीरो बनाया है!