लखनऊ, 24 मार्च 2025, सोमवार: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक महिला के साथ रेप और हत्या की दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे सूबे को झकझोर कर रख दिया। इस वारदात के बाद योगी सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ा फैसला लिया है। अब प्रदेश के सभी ऑटो और ई-रिक्शा ड्राइवरों का वेरिफिकेशन होगा। जिनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं या जो अपराधी प्रवृत्ति के हैं, उनके खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। यह कदम न केवल महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीएम योगी का पुलिस कमिश्नर पर गुस्सा
रविवार शाम को लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा के लिए बुलाई गई हाई-लेवल मीटिंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर को जमकर फटकार लगाई। सीएम का गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा जब उन्होंने लखनऊ के आलमबाग बस स्टैंड से महिला के अपहरण और हत्या की घटना का जिक्र किया। योगी ने कहा, “यह घटना रोकी जा सकती थी, अगर पुलिस अलर्ट होती। पहले की तरह ऑटो और ई-रिक्शा ड्राइवरों पर नजर क्यों नहीं रखी गई?” उनकी यह नाराजगी साफ तौर पर पुलिस की ढिलाई पर सवाल उठाती है।
75 जिलों को चेतावनी: दोबारा ऐसी गलती नहीं
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के 75 जिलों के एसपी और डीएम से जुड़े सीएम योगी ने सख्त लहजे में चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “लखनऊ जैसी घटना दोबारा किसी भी जिले में किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगी।” यह साफ संदेश था कि अब कानून-व्यवस्था में कोई कोताही स्वीकार्य नहीं है।
मीटिंग में 7 सख्त निर्देश: सुरक्षा और व्यवस्था पर जोर
सीएम योगी ने इस मीटिंग में 7 सख्त निर्देश जारी किए, जो आने वाले दिनों में प्रदेश की सुरक्षा और व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे:
त्योहारों पर विशेष सतर्कता: रमजान, अलविदा जुमा, ईद और राम नवमी को देखते हुए पुलिस और प्रशासन को अलर्ट रहने का निर्देश।
साफ-सफाई पर ध्यान: सभी धार्मिक स्थलों पर स्वच्छता सुनिश्चित करें, ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
नवरात्रि की तैयारी: मंदिरों और आसपास के इलाकों में साफ-सफाई का विशेष इंतजाम हो।
सरकारी उपलब्धियों का जश्न: केंद्र सरकार के 10 साल और प्रदेश सरकार के 8 साल पूरे होने पर 25, 26 और 27 मार्च को तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित करें।
परंपरा का सम्मान: परंपराओं के खिलाफ कोई कार्य न हो, अराजकता फैलाने वालों पर सख्ती बरतें।
शरारती बयानों पर जीरो टॉलरेंस: भड़काऊ बयान देने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लें।
पुलिस की सक्रियता: फुट पेट्रोलिंग बढ़ाएं, पीआरवी 112 को एक्टिव रखें और सोशल मीडिया पर नजर बनाए रखें।
महिलाओं की सुरक्षा अब प्राथमिकता
लखनऊ की इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। ऑटो और ई-रिक्शा ड्राइवरों का वेरिफिकेशन इस दिशा में एक ठोस कदम है। यह सुनिश्चित करेगा कि अपराधी प्रवृत्ति के लोग सार्वजनिक परिवहन में न घुस पाएं। साथ ही, पुलिस की जवाबदेही तय करने के लिए सीएम की सख्ती भी साफ दिख रही है।
योगी का संदेश: अब ढिलाई नहीं चलेगी
योगी सरकार का यह कड़ा रुख न सिर्फ अपराधियों के लिए चेतावनी है, बल्कि पुलिस और प्रशासन के लिए भी एक सबक है। लखनऊ हत्याकांड के बाद उठाया गया यह कदम दिखाता है कि प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही। अब सवाल यह है कि क्या यह सख्ती जमीन पर उतरकर महिलाओं को सुरक्षित माहौल दे पाएगी? जनता की नजर इस फैसले के अमल पर टिकी है।