वृंदावन, 10 जून 2025, मंगलवार: श्री बांकेबिहारी मंदिर के भक्तों के लिए बड़ी खबर! उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने वृंदावन में श्री बांकेबिहारी कॉरिडोर निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह भव्य परियोजना लगभग 5 एकड़ भूमि पर बनाई जाएगी, जिसकी अनुमानित लागत 500 करोड़ रुपये से अधिक है। इस कॉरिडोर के बनने से मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी और वृंदावन का आध्यात्मिक वैभव और बढ़ेगा।
तीन प्रवेश द्वार और विशाल पार्किंग की व्यवस्था
इस कॉरिडोर में मंदिर तक पहुंचने के लिए तीन मुख्य प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे, जिससे श्रद्धालुओं को आवागमन में आसानी होगी। इसके अलावा, 30-37 हजार वर्ग मीटर में विशाल पार्किंग स्थल का निर्माण होगा, जहां श्रद्धालु अपने वाहनों को सुरक्षित और सुगमता से खड़ा कर सकेंगे।
तीन हिस्सों में बंटेगा कॉरिडोर
कॉरिडोर को तीन हिस्सों में विकसित किया जाएगा। पहला हिस्सा मंदिर क्षेत्र और परिक्रमा के लिए होगा, जबकि दूसरा और तीसरा हिस्सा ऊपरी क्षेत्रों के लिए समर्पित होगा। इस परियोजना में पूजा सामग्री की दुकानें, भगवान कृष्ण के चित्रों से सजा एक विशेष कॉरिडोर, और 3,500 वर्ग मीटर में श्रद्धालुओं के लिए प्रतीक्षालय भी शामिल होगा।
यमुना नदी से मंदिर तक सस्पेंशन ब्रिज का प्रस्ताव
यह कॉरिडोर यमुना नदी के किनारे से बांकेबिहारी मंदिर तक फैला होगा। एक आकर्षक सस्पेंशन ब्रिज का निर्माण भी प्रस्तावित है, जो यमुना एक्सप्रेसवे की ओर से वृंदावन को मंदिर से जोड़ेगा। इस ब्रिज के जरिए तीर्थयात्री नदी के पार अपने वाहन पार्क कर ई-रिक्शा या छोटे वाहनों से मंदिर तक आसानी से पहुंच सकेंगे।
10,000 से 50,000 श्रद्धालुओं की क्षमता
कॉरिडोर के निर्माण के बाद मंदिर परिसर का प्रांगण इतना विस्तृत होगा कि एक साथ 10,000 से 50,000 श्रद्धालु ठहर सकेंगे। इससे खासकर उत्सवों और विशेष अवसरों पर मंदिर में होने वाली भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
वृंदावन की आध्यात्मिक छवि होगी और मजबूत
यह परियोजना न केवल श्रद्धालुओं की सुविधा बढ़ाएगी, बल्कि वृंदावन को एक प्रमुख तीर्थस्थल के रूप में और अधिक आकर्षक बनाएगी। स्थानीय लोगों का मानना है कि यह कॉरिडोर पर्यटन को बढ़ावा देगा और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को नई गति प्रदान करेगा।
योगी सरकार का यह कदम श्री बांकेबिहारी मंदिर के प्रति भक्तों की आस्था को और सुदृढ़ करेगा, साथ ही वृंदावन को विश्व पटल पर एक भव्य आध्यात्मिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।