लखनऊ, 8 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में एक नाम चर्चा में है—जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा। यह नाम अब न केवल समाज विरोधी गतिविधियों का पर्याय बन चुका है, बल्कि राष्ट्र के खिलाफ साजिश का भी प्रतीक बन गया है। अवैध धर्मांतरण का रैकेट चलाने वाले छांगुर बाबा के काले कारनामों का पर्दाफाश हो चुका है, और योगी सरकार ने इसके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है।
बुलडोजर की गूंज, कानून का शिकंजा
पुलिस ने पहले छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नसरीन को हिरासत में लिया। इसके बाद, बलरामपुर में छांगुर के आलीशान ठिकाने पर बुलडोजर चलाकर उसे जमींदोज कर दिया गया। यह कार्रवाई न केवल एक इमारत को ढहाने की थी, बल्कि अपराध और अवैध गतिविधियों के खिलाफ योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट संदेश दिया, “हमारी सरकार बहन-बेटियों की गरिमा और सुरक्षा के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है। छांगुर बाबा की गतिविधियां न केवल समाज विरोधी, बल्कि राष्ट्र विरोधी भी हैं।”
100 करोड़ की संपत्ति और खाड़ी देशों का कनेक्शन
पुलिस जांच ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। छांगुर बाबा के पास करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति होने का अनुमान है। वह 40-50 इस्लामिक देशों की यात्राएं कर चुका है, और उसके अवैध धर्मांतरण रैकेट को खाड़ी देशों से भारी फंडिंग मिलती थी। बैंक खातों में अवैध लेन-देन के सबूतों ने पुलिस को इस साजिश की गहराई तक पहुंचने में मदद की।
धर्मांतरण का घिनौना खेल
छांगुर बाबा का गैंग सुनियोजित तरीके से काम करता था। जांच में पता चला कि धर्म परिवर्तन कराने के लिए एजेंटों को फिक्स रेट मिलता था। ठाकुर और ब्राह्मण समुदाय की लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराने पर 15-16 लाख रुपये, जबकि ओबीसी समुदाय के लिए 12 लाख रुपये की रकम दी जाती थी। यह न केवल सामाजिक सौहार्द को तोड़ने की साजिश थी, बल्कि देश की एकता और अखंडता को भी चुनौती देने वाला कृत्य था।
योगी का सख्त संदेश: अपराधियों को नहीं बख्शा जाएगा
मुख्यमंत्री योगी ने दो टूक शब्दों में कहा, “उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं होगा। छांगुर बाबा और उसके गैंग से जुड़े सभी अपराधियों की संपत्तियां जब्त होंगी, और उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शांति, सौहार्द और महिलाओं की सुरक्षा को भंग करने वालों के लिए राज्य में कोई जगह नहीं है। ऐसे अपराधियों को ऐसी सजा दी जाएगी, जो समाज के लिए नजीर बने।
एक सबक, एक संदेश
छांगुर बाबा का मामला केवल एक अपराधी की कहानी नहीं, बल्कि एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश है, जो समाज और राष्ट्र को खोखला करने की कोशिश में था। योगी सरकार की त्वरित और कठोर कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज सर्वोपरि है। यह कार्रवाई न केवल अपराधियों के लिए चेतावनी है, बल्कि समाज को यह भरोसा भी देती है कि उनकी सुरक्षा और गरिमा की रक्षा के लिए सरकार हर कदम पर साथ है।
छांगुर बाबा का काला साम्राज्य ढह चुका है, लेकिन यह कहानी हमें सतर्क रहने की सीख देती है। समाज और राष्ट्र के खिलाफ साजिश रचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। योगी सरकार का यह कदम एक मिसाल है—कानून से ऊपर कोई नहीं।