बहराइच, 17 अक्टूबर 2024, गुरुवार। बहराइच हिंसा के बाद यूपी पुलिस का एक्शन जारी है। बहराइच में मां दुर्गा के विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में आरोपी सरफराज और तालिब का एनकाउंटर कर दिया है। यह एनकाउंटर नेपाल बॉर्डर के पास हांदा बेसारी केनल के इलाके में हुआ। वहीं ADG लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने बताया कि पुलिस एनकाउंटर में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों तरफ से फायरिंग की गई है। नेपाल सीमा के पास पुलिस की आरोपियों से मुठभेड़ हुई। आरोपी सरफराज और तालिब गोली लगने से घायल हुए हैं।
चूंकि हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के माता-पिता और पत्नी ने सीएम योगी से मुलाकात की थी और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। सीएम योगी ने भी DGP को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। बता दें कि रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने वाला यही सरफराज था। सरफराज हिंसा के बाद से फरार चल रहा था। पुलिस की टीमें इसकी तलाश में जुटी थीं, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। इसी बीच पुलिस को इनपुट मिला कि सरफराज नेपाल भागने की फिराक में है। पुलिस ने गुरुवार को नाकेबंदी कर नेपाल सीमा के पास हांडा बसेहरी नहर पर सरफराज और उसके साथ तालिब को घेर लिया। पुलिस ने दोनों से सरेंडर करने को कहा, लेकिन दोनों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी। जबावी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से सरफराज और तालिब घयाल हो गए। जिसमें सरफराज की इलाज के दौरान मौत हो गई है। तालिब गंभीर हालत में अभी अस्पताल में भर्ती है।
13 अक्टूबर को हरदी थाना क्षेत्र के महसी इलाके के महराजगंज में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो पक्षों में बवाल हो गया था। बवाल इस कदर बढ़ा कि एक पक्ष की तरफ से रामगोपाल मिश्रा नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। राम गोपाल मिश्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सुबह तेजी से वायरल हुआ। इस वीडियो में राम गोपाल झंडे को उतारकर उसको लपेट रहा था। तभी सामने से राम गोपाल के ऊपर गोली चला दी जाती है, जो सीधे उसके सीने में आकर लगती है। उसके बाद वीडियो में कुछ बच्चों की आवाज आती है, जिसमें वह मर गया…मर गया, भाग..भाग कहते हैं।
जिला-पुलिस प्रशासन इस बवाल को रोकने में पूरी तरह से नाकाम रहा। फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लखनऊ से पुलिस के आला अधिकारियों की पूरी फौज बहराइच भेजी गई। साथ ही PAC, CRPF और RAF की कई टुकड़ियों को हिंसा ग्रस्त इलाके में तैनात कर दिया गया। ADG लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने खुद फील्ड पर उतरकर दंगाइयों से मोर्चा लिया। उनका एक वीडियो भी आया था, जिसमें वह हाथ में पिस्टल लिए दंगाइयों को दहाड़ते दिख रहे थे। वहीं जब माहौल थोड़ा शांत हुआ तो पुलिस आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई।