नई दिल्ली, 20 फरवरी 2025, गुरुवार। दिल्ली में यमुना नदी की सफाई का काम शुरू हो गया है, जिसके लिए दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने एक विस्तृत योजना तैयार की है। इस योजना के तहत, यमुना नदी में जमा कचरा, गंदगी और सिल्ट को हटाने के लिए बड़ी मशीनें लगाई गई हैं।दिल्ली में रविवार (16 फरवरी, 2025) को ट्रैश स्कीमर, वीड हार्वेस्टर और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट जैसी बड़ी-बड़ी मशीनें यमुना के लिए भेजी गईं। इन मशीनों को यमुना में उतार कर जलकुम्भी और पानी की सतह पर पड़ा कचरा उठाया जाने लगा। इसके अलावा ड्रेजर के जरिए यमुना के भीतर से कूड़ा निकाला जा रहा है।
इस योजना को लागू करने के लिए, LG सक्सेना ने दिल्ली सरकार के अधिकारियों से भी मुलाकात की है। उन्होंने बताया कि केजरीवाल सरकार ने यमुना सफाई के काम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, जिसके कारण यह काम रुक गया था। LG सक्सेना ने बताया कि नजफगढ़ नाले से ही 74 प्रतिशत कचरा यमुना में आता है। उन्होंने बताया कि वह इस नाले को साफ करने का काम शुरू कर चुके थे, लेकिन केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जाकर इस काम को रोकवा दिया था।
उन्होंने बताया कि केजरीवाल सरकार ने यमुना सफाई के काम को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि यह काम NGT के निर्देशों के विरुद्ध है। उन्होंने बताया कि इस याचिका के कारण यमुना सफाई का काम रुक गया था। LG सक्सेना ने बताया कि अब यह काम फिर से शुरू हो गया है और जल्द ही यमुना नदी की सफाई पूरी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इस काम के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की गई है, जिसमें यमुना नदी में जमा कचरा, गंदगी और सिल्ट को हटाने के लिए बड़ी मशीनें लगाई गई हैं।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत, यमुना नदी की सफाई के लिए 4 चरणों में काम किया जाएगा। पहले चरण में यमुना नदी में जमा कचरा, गंदगी और सिल्ट को हटाने के लिए बड़ी मशीनें लगाई जाएंगी। दूसरे चरण में यमुना में गंदगी लाने वाले नालों की सफाई की जाएगी। तीसरे चरण में दिल्ली सीवर ट्रीटमेंट कैपेसिटी को सही चलाने पर काम होगा। इसके बाद चौथे चरण में दिल्ली में सीवर क्षमता बढ़ाने, नए STP बनाने, नए नाले बनाने समेत बाकी इन्फ्रा से जुड़े हुए काम होंगे। यह रणनीति लागू करने के लिए LG सक्सेना ने दिल्ली सरकार के अफसरों से भी मुलाक़ात की है।