वाराणसी, 21 जून 2025: विश्व योग दिवस के मौके पर शनिवार को काशी की पावन नगरी के अस्सी घाट पर योग का अनूठा संगम देखने को मिला। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और उत्तर प्रदेश के मंत्री सुरेश खन्ना ने सैकड़ों काशीवासियों के साथ योगाभ्यास कर इस अवसर को यादगार बनाया। खास बात यह रही कि इस आयोजन में बड़ी संख्या में महिलाओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। योग सत्र शुरू होने से पहले उपस्थित लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरक संबोधन को सुना, जिसने सभी में जोश भर दिया।
योग को बनाएं जीवन का हिस्सा: अनुप्रिया पटेल
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने योग के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “योग कोई एक दिन का उत्सव नहीं, बल्कि जीवन का अभिन्न अंग होना चाहिए। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव, एकाग्रता की कमी और मानसिक अस्पष्टता जैसी समस्याएं आम हैं। योग इन सभी का रामबाण इलाज है, बशर्ते इसे नियमित रूप से अपनाया जाए।” उन्होंने इस साल के विश्व योग दिवस को बेहद खास बताते हुए कहा, “हम योग दिवस की 10वीं वर्षगांठ मना रहे हैं और 11वें वर्ष में कदम रख चुके हैं। पूरी दुनिया में योग की स्वीकार्यता बढ़ रही है, जो हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है।”
योग: भारतीय परंपरा की वैश्विक जीत
मंत्री सुरेश खन्ना ने योग की ऐतिहासिकता का जिक्र करते हुए कहा, “लगभग 3,000 साल पहले महर्षि पतंजलि ने योग सूत्रों के माध्यम से मानवता को अनमोल उपहार दिया था। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे वैश्विक मंच पर ले जाकर इतिहास रच दिया। 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने इसे अंतरराष्ट्रीय मान्यता दी, और आज 192 देश योग से जुड़ चुके हैं। यह भारतीय संस्कृति की सबसे बड़ी विजय है।”
महिलाओं का उत्साह रहा खास
अस्सी घाट पर सुबह की ताजगी और गंगा की लहरों के बीच हुए इस योग सत्र में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने आयोजन को और जीवंत बना दिया। कार्यक्रम का कुशल संचालन अंकिता खत्री ने किया, जिन्होंने सभी को योग के प्रति प्रेरित करने में अहम भूमिका निभाई।