वाराणसी, 10 अक्टूबर 2024, गुरुवार। नवरात्र के आठवें दिन गुरुवार को अष्टमी पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने महागौरी के रुप में अन्नपूर्णा दरबार में दर्शन पूजन किया। विश्वनाथ गली स्थित माता के दरबार में दर्शन पूजन के बाद महिलाओं और पुरुषों ने परिवार के सुख, शान्ति, और समृद्धि की मंगल कामना की। मंगला आरती के बाद से ही श्रद्धालुओं के दर्शन शुरू हुआ। जो रात्रि तक चलता रहा। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कतारबद्ध श्रद्धालु अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। मंदिर प्रांगण में मां के गगनभेदी जयकारे से गूंज रहा था। भोर में मंहत शंकरपुरी महराज की देखरेख में भगवती का पंचामृत स्नान कराया गया। तत्पश्चात मां को नूतन वस्त्र और आभूषण धारण कराने के बाद मंगला आरती की गई। आरती पश्चात मंदिर का पट खुलते ही श्रद्धालु गर्भगृह के बाहर से ही दर्शन पूजन कर रहे थे।
महंत शंकरपुरी ने कहा की हर रूप में शक्ति की पूजा की जाती है। अष्टमी को माता का गौरी रूप में दर्शन होता हैं। महिलाएं मां की परिक्रमा लगाती है। इनमें कोई 108, तो कोई 51 व 21 फेरी लगाती हैं। इससे मां प्रसन्न होकर सारी मनोकामना पूर्ण करती हैं। इस मौके पर मंदिर में भारी भीड़ को देखते हुए अस्थाई सीढ़ी बनाई गई थी। प्रवेश द्वार से सीढ़ी के रास्ते दरबार में पहुंच कर लोग दर्शन कर रहे थे। सभी भक्त अपनी मनौती अनुसार माता रानी की परिक्रमा भी करते रहे। परिसर में बैठ कर महिलाये मिक्षा मांग रही थीं। भक्तों की कतार देर रात तक चलती रही। रात्रि में शयन आरती के बाद मंदिर का पट बंद हुआ।