जम्मू जिले के ज्यौड़ियां के गांव चक किरपालपुर (दलपत) निवासी नीलम सिंह चिब नौ पैरा कमांडो में तैनात थे। नीलम सिंह के शहीद होने की खबर पहुंचते ही पूरे गांव में मातम छा गया।
घर के आसपास लोगों की भीड़ देखकर परिजनों को अनहोनी का डर सताने लगा था। नीलम के शहीद होने की खबर मिलते ही बुजुर्ग पिता, शहीद की पत्नी बिंदु और बच्चे बिलखने लगे। नौ साल की बेटी भावना बार-बार यही कहती रही कि मेरे पापा को वापस लौटा दो, पांच साल के बेटे अखिल ने मुखाग्नि दी। बिंदु ने अंतिम सैल्यूट किया तो सभी रो पड़े।