अमेठी में क्यों की गई पूरे परिवार की हत्या?
अमेठी, 4 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के अमेठी में खौफनाक वारदात से पूरा यूपी दहल उठा। यहां बदमाशों ने घर मे घुसकर टीचर समेत पूरे परिवार की गोली मारकर हत्या कर दी है। बदमाशों के बुलंद हौसले के कारण हुई इस वारदात के बाद लोग खौफ में हैं। वारदात की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंच गई और जांच-पड़ताल में जुट गई। पुलिस ने चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। वहीं मौके पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। मौके पर पुलिस के आला अधिकारी मौजूद हैं। पुलिस वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाश में जुटी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए शोक जताया है और मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। वहीं, अमेठी में चार दलितों की हत्या को लेकर राहुल ने भी घटना की जानकारी ली। इसको लेकर अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा से बात की। राहुल गांधी ने कहा कि किशोरी जी हम पीड़ित दलितों के साथ हैं। आप उनको इंसाफ दिलाने में जुटिए। अगर इंसाफ मिलते न दिखे तो बताइएगा मैं खुद आ जाऊंगा पीड़ित के लिए।
क्या है पूरा मामला
खबरों के मुताबिक, रायबरेली के सुदामापुर गांव निवासी प्राथमिक स्कूल के शिक्षक सुनील कुमार (36) अमेठी जिले के शिव रतनगंज क्षेत्र के अहोरवा भवानी चौराहे पर परिवार के साथ किराये पर रहते थे। उनके साथ उनकी पत्नी पूनम भारती (30), बेटी दृष्टि (6) व बेटी लाडो (2)रहती थी। वह क्षेत्र के पंहौना गांव के प्राथमिक विद्यालय में तैनात थे। गुरुवार शाम करीब सात बजे शिक्षक पत्नी और बच्चों के साथ घर पर बैठे थे। इसी बीच अचानक हमलावर घर में घुसे और ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। शिक्षक के पूरे परिवार को गोलियों से भून डाला। गोलियों की तड़तड़ाहट से हड़कंप मच गया। हमलावर पैदल ही घर के अंदर दाखिल हुए। मौके पर कोई वाहन नहीं मिला है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वारदात के बाद हमलावर घर के पीछे के रास्ते से फरार हो गए।
शिक्षक से पहले पुलिस में तैनात थे सुनील
अमेठी के पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने बताया कि यह वारदात अमेठी के शिवरतनगंज थाना इलाके की है। जहां अहोरवा भवानी चौराहे के पास एक किराए के मकान में सुनील कुमार भारतीय अपनी पत्नी पूनम और दो बच्चों के साथ रहते थे। वह कंपोजिट विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थे। एसपी अनूप सिंह के मुताबिक शिक्षक पति-पत्नी और दो बच्चियों की गोली मारकर हत्या की गई है। ये परिवार रायबरेली का रहने वाला था। पुलिस ने बताया कि 18 अगस्त को इस परिवार ने एससी/एसटी एक्ट में एक मुकदमा भी दर्ज कराया था। पुलिस उस मामले की तफ्तीश भी कर रही है और जिनके ख़िलाफ मुक़दमा दर्ज कराया गया था उनकी कुंडली भी खंगाल रही है। मरने वालों में पति-पत्नी के अलावा चार साल की बेटी लाडो और दो साल की बेटी सृष्टि शामिल है। सुनील 2020 में शिक्षक बने थे। इससे पहले वह उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात थे।
हत्याकांड से उठे कई सवाल
वहीं पति-पत्नी और दो बच्चों की हत्या की इस वारदात के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या शिक्षक सुनील का किसी के साथ कोई विवाद था, जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया। अगर सुनील का विवाद था तो पूरे परिवार को क्यों खत्म किया गया। अगर सुनील को किसी से जान से मारने की धमकी मिली थी तो क्या सुनील ने इसकी शिकायत पुलिस से की थी। वहीं बदमाशों की संख्या का भी अभी पता नहीं चल पाया है। चूंकि सुनील रायबरेली जिले का रहने वाला है तो उसके परिवार को भी घटना की सूचना दे दी गई है। परिवार वाले भी अमेठी पहुंच गए हैं। जानकारी के मुताबिक मृतक सुनील कुमार की पत्नी पूनम भारती ने बीती 18 अगस्त को रायबरेली कोतवाली में चंदन वर्मा पर केस दर्ज कराया था। चंदन पर छेड़खानी, मारपीट, जान से मारने की धमकी और एससी एसटी एक्ट में मामला दर्ज किया गया था।
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