ये वेव है कल्चर और क्रिएटिविटी की- पीएम मोदी
मुंबई
अनिता चौधरी
गुरुवार को मुंबई के दुनिया भर के क्रिएटर्स का जमावड़ा रहा । जहाँ भारत की परंपरा और संस्कृति के साथ क्रिएटिविटी की आधुनिक दुनियाँ का समावेश एक ऐसी कहानी बयान कर रहा था जिसमें युवा सोच जीडीपी को एक नए आयाम तक पहुँचा रहा था । आधुनिक तकनीक और भारत की मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को दुनिया में बढ़ावा देने के लिए वेव्स 2025 का शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी ने किया । भारत में ये अपनी तरह का पहला कार्यक्रम था जिसमें दुनिया भर के 800 से ज़्यादा क्रिएटिव माइंड ने अपनी उपस्थिति दर्ज की थी ।

वर्ल्ड ऑडियो , विसुअल , एंटरटेनमेंट सुमित 2025 का कार्यक्रम ये साफ़ संदेश दे रहा था कि स्क्रीन्स भले छोटे होते जा रहे गईं मगर इसका दायरा बहुत बड़ा हो गया है और कहानियों की इस दुनियाँ में पूरा विश्व एक सूत्र में बँधता जा रहा है । इंटरट्र्न्मेंट का ये प्लेटफार्म अब सिर्फ़ एक मनोरंजन का एक साधन भर नहीं रह गया है बल्कि देश की आर्थिक उन्नति और जीडीपी ग्रोथ का एक मज़बूत पिलर बन गया है जिसमें आधुनिकता की युवा सोच है तो सभ्यता और संस्कृति की कथा भी । लेकिन हर तरह की कहानी कहने की अदा सिर्फ़ भारत के पास है । इसकी वजह इसकी प्राचीन वैदिक संस्कृति है । जिसमें प्रथम स्वर के रूप में अगर शिव का डमरू है तो संगीत और लय के रूप में सरस्वती की वीणा , और नृत्य का दूसरा नाम तांडव है वहीं माधुर्य और प्रेम के रूप में कृष्ण की बांसुरी है और जब ये सभी भारत के विभिन्न संस्कृति में समाहित हो जाते हैं तो ना जाने कितनी ही उम्दा कहानियों के रूप में हमारे सामने आते है।

चार दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने बोला कि आज मोबाइल के रूप में टेक्नोलॉजी सभी के हाथ में मगर इस टेक्नोलॉजी के साथ जब मनोरजन की दुनियाँ में चाहे वो गेमिंग वर्ल्ड हो , ऑडियो -विसुअल की दुनिया हो , एआई की या म्यूजिक की दुनिया में कोई जाता है तो उसे अपनी ज़िम्मेदारियों का आभास ज़रूर होना चाहिए । हम दुनिया के सामने क्या परोसने जा रहे है और उसका दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा ये और उसके बाद पूरी दुनियाँ भारत की तरफ़ किस नज़र से देखेगी इसको लेकर भारत के कंटेंट क्रिएटर ख़ास जार युवा को ज़िम्मेदार बनाना ही पड़ेगा । पीएम मोदी ने ये भी कहा कि मनोरजन के इस युवा मेगा प्लेटफार्म से भारत आर्थिक रूप से विश्व की तीसरी शक्ति बनेगा और उससे पूरा विश्व जुड़ेगा ।

PM मोदी ने दादा साहेब फाल्के द्वारा बनाईं गई 112 साल 1913 में बनी पहली फ़िल्म राजा हरीशचंद्र’ से लेकर ऑस्कर विजेता में ‘ट्रिपल आर’ तक के भारत के सिनेमा के सफ़र को याद किया और कहा कि भारतीय सिनेमा ने कितनी दूर तक सफर तय किया है चाहे वो ए.आर. रहमान की संगीत रचनाएं हों या राजामौली की भव्य कहानियाँ, उन्होंने दुनिया भर के करोड़ों लोगों का दिल जीत लिया है।

उन्होंने कहा, भारत वैश्विक टैलेंट और क्रिएटिविटी की दुनिया की नींव रख रहा है । वेव एक ऐसा मंच है, जो हर कलाकार और रचनात्मक व्यक्ति का है। वैष्णव जन तो तेने कहिए जे’ भजन को 500 देशों के लोगों ने मिलकर गाया है। इससे पता चलता है कि भारत और दुनिया का क्रिएटिव वर्ल्ड कितना ताकतवर और जुड़ा हुआ है।

उल्लेखनीय है कि WAVE 2025 की टैग लाइन है टैगलाइन है-“कनेक्टिंग क्रिएटर्स, कनेक्टिंग कंट्रीज”और इसमें दुनिया भर से क्रिएटिव, निवेशक, स्टार्टअप और टेक्नोलॉजी से जुड़े उद्यमी ने हिस्सा लिया है।PM modi ने कहा, “आज मुंबई में 100 से ज़्यादा देशों से आए कलाकार, नए आइडिया लाने वाले लोग, निवेशक और नीतियां बनाने वाले एक ही छत के नीचे इकट्ठा हुए हैं. ये सभी मिलकर एक ऐसा ग्लोबल मंच बना रहे हैं जो टैलेंट, क्रिएटिविटी और नए आइडियाज को पूरी दुनिया में बढ़ावा देगा.। वेव सिर्फ एक नाम नहीं है, यह एक लहर है-संस्कृति, रचनात्मकता और दुनिया को जोड़ने वाली एक मजबूत कड़ी।
